सिप्रियन पुरस्कार के लिए नामों की घोषणा, भारतीय मूल के गणितज्ञ समेत इन तीन का हुआ चयन

भारतीय-अमेरिकी गणितज्ञ निखिल श्रीवास्तव को अमेरिकन मैथेमैटिकल सोसाईटी द्वारा संयुक्त रूप से ऑपरेटर थ्योरी में पहले सिप्रियन फोयस पुरस्कार के लिए चुना गया है। निखिल श्रीवास्तव बर्कले के कैलिफोर्निया विश्वविद्यालय में पढ़ाने का कार्य करते हैं। उन्हे यह पुरस्कार ऑपरेटर थ्योरी में ”उच्च वास्तविक कार्य” के लिए मिला है। पुरस्कार के रूप में उन्हे पांच हजार अमेरिकी डॉलर मिलेंगे। 

निखिल के अलावा दो अन्य विजेता एडम मार्कस और डैनियल स्पाइलमैन हैं। मार्कस स्विट्ज़रलैंड में इकोले पॉलीटेक्निक फेडेरेल डी लॉज़ेन (ईपीएफएल) में ‘कॉम्बिनेश्रियल एनालिसिस’ के

अध्यक्ष हैं। वहीं डैनियल स्पीलमैन गणित, कंप्यूटर साइंस, सांख्यिकि और डेटा साइस के प्रोफेसर हैं। 

एक प्रेस विज्ञाप्ति में बताया गया है कि इन तीनों को यह पुरस्कार उनके उच्च वास्तविक कार्य के लिए मिला है। संयुक्त बयान जारी करते हुए तीनों विजेताओं ने कहा कि वे इस पुरस्कार को उन सभी लोगों के उपलक्ष्य में ले रहे हैं, जिन्होंने गणित के कैडिसन सिंगर प्रॉब्लम को सुलझाने के लिए अपना योगदान दिया है। तीनों ने कहा कि उनका योगदान इस खूबसूरत कहानी में अंतिम अध्याय था। हम आशा करते हैं कि आगे भी इस तरह के प्रॉब्लम सुलझाने के लिए इससे प्रेरणा मिलेगी। 

निखिल श्रीवास्तव, एडम मार्कस और डैनियल स्पाइलमैन को यह पुरस्कार अगले साल 5 जनवरी को सीएटल में होने वाली ज्वाइंट मैथेमैटिक्स मीटिंग में दिया जाएगा। इसे गणित के लिए दुनिया के सबसे बड़े सम्मेलन के रूप में जाना जाता है। निखिल के लिए सिप्रियन फोयस पुरस्कार तीसरा पुरस्कार है। इससे पहले उन्होंने साल 2014 में जॉर्ज पोल्या पुरस्कार और साल 2021 में हेल्ड पुरस्कार जीता था। 
सिप्रियन फोयस पुरस्कार की शुरूआत वर्ष 2020 में की गई थी। इसे ऑपरेटर थ्योरी और फ्लूड मैकेलिक्स के लिए विख्यात स्कॉलर सिप्रियन फोयस की याद में दिया जाता है। पुरस्कार के तौर पर विजेताओं को 5000 अमेरिकी डॉलर मिलते हैं। 

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