क्या आप जानते हैं पहली बार कब फहराया गया था तिरंगा और इसके रंगों का अर्थ

आज हमारा देश 73वां गणतंत्र दिवस(Republic Day 2022) मना रहा है और इस मौके पर देशवासी राष्ट्रीय ध्वज फहराकर ये दिवस मना रहे हैं. तिरंगा हमारे देश की शान और पहचान है. लेकिन क्या आपको पता है कि भारतीय तिरंगे को किसने बनाया था? इसे भारत के राष्ट्रीय ध्वज के तौर पर कब मान्यता मिली और इसके रंगों का क्या मतलब होता है? आज हम आपको भारत के राष्ट्रीय ध्वज से जुड़ी ऐसी ही रोचक बाते हीं बताने जा रहे हैं. जो कि आपको नहीं पता होगी.

भारतीय राष्ट्रीय ध्वज के बारे में कुछ रोचक तथ्य (Interesting Facts About Indian Flag) 

तिरंगे को किसने बनाया? (Who Designed Indian Flag?)

भारत के राष्ट्रीय ध्वज को पिंगली वेंकैया द्वारा डिजाइन किया गया है. साल 1921 में पिंगली वेंकैया ने ध्वज को बनाया था. हालांकि उस समय का तिरंगा आज के तिरंगे से थोड़ा अलग था. तब तिरंगे का रंग लाल, हरा और सफेद था. वहीं साल 1931 में लाल रंग की जगह केसरिया रंग जोड़ा गया.

पिंगली वेंकैया आंध्र प्रदेश के थे और स्वतंत्रता संग्राम में उन्होंने हिस्सा लिया था. कहा जाता है कि तिरंगे का डिजाइन जब इनके द्वारा बनाया गया था. उस समय इनकी आयु 45 साल थी.

कब फहराया गया था पहली बार तिरंगा

ब्रिटेन से स्वतंत्रता मिलने से ठीक पहले 22 जुलाई 1947 को भारतीय ध्वज को अपनाया गया था. पहला भारतीय ध्वज 7 अगस्त, 1906 में कलकत्ता के पारसी बागान स्क्वायर पर फहराया गया था.

तिरंगे के रंगों का अर्थ

भारत के राष्ट्रीय ध्वज को खादी से बनाया जाता है. तिरंगे में मौजूद केसरिया रंग साहस और बलिदान का प्रतिनिधित्व करता है. सफेद रंग सत्य, शांति और पवित्रता का प्रतिनिधित्व करता है. ध्वज का हरा रंग समृद्धि से जुड़ा है. वहीं अशोक चक्र धर्म के नियमों को दर्शाता है

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