माध्यमिक विद्यालयों शिक्षा विभाग तीन वर्ष के टॉपर्स का डाटा जुटाएगा। इस आधार पर वह जानेगा कि उसके टॉपर्स किस विद्यालय के हैं तथा वे कहां पढ़ रहे हैं। इसी के साथ विभाग यह भी डाटा जुटा रहा है कि पिछले 10 वर्षों में विभिन्न माध्यमिक विद्यालयों से पास करके निकले विद्यार्थी अब किस शहर में कहां किस पद पर क्या काम कर रहे हैं। इस आधार पर विभाग विद्यालयों की काउंसिलिग करेगा कि किस विद्यालय से कितने बच्चे उच्च पदों पर पहुंचे हैं।
जिले के माध्यमिक विद्यालयों से टॉप पर रहे विद्यार्थियों की सूची जुटाने के लिए शिक्षा विभाग ने प्रयास पूरे कर दिए हैं या सूची एक हफ्ते में शिक्षा निदेशालय को जानी है। शिक्षा विभाग यह जानेगा कि पिछले तीन वर्षों के टॉपर्स वर्तमान में क्या कर रहे हैं। किस विद्यालय में अगली पढ़ाई पूरी कर रहे हैं। वे किस क्षेत्र की तैयारी में हैं और कहां जाना चाहते हैं। इसके पीछे शासन की मंशा है कि ऐसे विद्यार्थियों की मदद की जाए जो मेधावी रहे हैं। इसके अलावा ऐसे विद्यार्थी जो पिछले 10 वर्षों में 12वीं पास करने के बाद अलग-अलग जिलों में पढ़ाई पूरी करके किसी उच्च पद पर कार्य भी कर रहे हैं, उनके डाटा भी विभाग जुटाकर जानकारी करेगा। इन सभी के साथ सामूहिक रूप से शिक्षा विभाग की यह भी मंशा है कि जिले के किस विद्यालय ने ज्यादा टॉपर बनाए या वहां के किस विद्यालय के विद्यार्थी आज उच्च पदों पर पहुंचे हैं। जिला विद्यालय निरीक्षक डॉ. आरके जायसवाल ने बताया कि इन विद्यार्थियों का डाटा पूरा करके जल्दी ही शिक्षा निदेशालय भेजा जाना है। सभी प्रधानाचार्यों को निर्देश दे दिए गए हैं कि वे अपने विद्यालयों में पढ़ चुके छात्र-छात्राओं के बारे में जानकारी करके कंप्यूटर के माध्यम से तत्काल उन्हें सूचित करें।
साभार दैनिक जागरण