एलटी ग्रेड शिक्षक भर्ती 2018 में हंिदूी सहित कई विषयों के अभ्यर्थियों की नियुक्ति फंसी है। अभ्यर्थियों का कहना है कि उनकी रोकी गई फाइलों का आयोग निस्तारण नहीं कर रहा। अर्हता का प्रकरण भी जल्द सुलझ सकता है, बशर्ते आयोग जल्द निर्णय ले। वहीं, आयोग का कहना है कि केवल उन्हीं फाइलों को रोका गया है, जिनका प्रकरण कोर्ट में विचाराधीन है।
राजकीय कालेजों में एलटी ग्रेड भर्ती के लिए अभ्यर्थियों ने आवेदन किए थे। हिंदी विषय में चयनित कई अभ्यर्थियों ने 15 मार्च, 2018 से आवेदन किया था, क्योंकि उनकी अर्हता का पेच फंसा था। उत्तर प्रदेश लोकसेवा आयोग को इसके लिए एक माह का वक्त दिया गया। अभ्यर्थियों का कहना है कि हिंदी विषय के लिए उनका चयन तदर्थ है, जो अभ्यर्थी शैक्षिक अर्हता पूरी कर रहे हैं। आयोग ने उनकी भी फाइलें रोक रखी हैं। अभ्यर्थियों ने परीक्षा परिणाम घोषित करने के लिए ज्ञापन दिया है।
यही नहीं आवेदन की तारीख तक अर्हता को लेकर आयोग को निर्णय लेना है। सत्यापन के बाद भी उनकी फाइलें रुकी हैं। आरोप है कि हाईकोर्ट के आदेश से अलग होकर आयोग ने चार से 14 जून, 2018 के बीच फिर से आवेदन स्वीकार किए थे, जबकि कोर्ट ने सिर्फ 16 अप्रैल तक ही ऑफलाइन आवेदन लेने को कहा था। अभ्यर्थी कहते हैं कि शैक्षिक अभिलेखों की सत्यापन भी पूरा हो चुका है लेकिन, आयोग उनकी फाइलें निदेशालय नहीं भेज रहा है।
हाईकोर्ट में विचाराधीन प्रकरण रोके गए हैं : सचिव
यूपीपीएससी के सचिव जगदीश का कहना है कि जिन अभ्यर्थियों को हाईकोर्ट के आदेश पर आवेदन करने का मौका दिया गया था, उनके प्रकरणों को रोका गया है, क्योंकि कोर्ट का आदेश है कि परिणाम उसके अंतिम निर्णय पर निर्भर रहेगा। ऐसे अभ्यर्थी सिर्फ हंिदूी ही नहीं अन्य विषयों में भी हैं। बाकी तदर्थ चयनितों की सभी फाइलें इस माह निदेशालय पहुंच जाएंगी। अन्य सब मामले निस्तारित हैं।