लखनऊ (एसएनबी)। प्रदेश के निजी और सरकारी सभी स्कूलों और कालेजों के लिए जो आदेश किया था‚ उन आदेशों का पालन सोमवार से राजधानी के डीआईओएस और उच्च शिक्षा अधिकारी नहीं करा सके। ३० अप्रैल को और १० मई को जारी किए गए आदेश में यह साफ किया गया था कि प्रदेशभर के सभी निजी और सरकारी इंटर कॉलेज बंद रहेंगे‚ इसके साथ ही इन कॉलेजों में शिक्षण का कार्य पूरी तरह से बंद रहेगा। कॉलेज में शिक्षणेत्तर कर्मचारियों के आने पर भी मनाही थी‚ यही नहीं बच्चों की ऑनलाइन क्लासेज भी पूर्णतया बंद कर दिया गया था। इसके बावजूद राजधानी के कई स्कूलों में जहां शिक्षणेत्तर कर्मचारियों को बैठाकर कॉपी और किताब बिकवाई गई तो वहीं कई स्कूलों में ऑनलाइन क्लासेज भी शिक्षकों से दिलवाया गया॥। आशियाना के सेंट्रल अकैडमी की शाखा ने बच्चों की ऑनलाइन क्लासेज शुरू कर दी कुछ अभिभावकों ने जब इस पर एतराज जताया तो स्कूल प्रशासन उन से लड़ पड़ा। आरोप है कि आशियाना स्थित सेंट्रल अकैडमी के शिक्षणेत्तर कर्मचारियों ने बकायदा अभिभावकों को फोन कर स्कूल आकर कॉपी किताब खरीदने का भी दबाव बनाया। बहरहाल जब समाचार पत्रों के फोन स्कूल तो प्रधानाचार्य कमला जोशी ने बात करने से इंकार कर दिया। कÙछ ऐसा ही हाल लखन> लॉ कॉलेज का भी रहा यहां के भी शिक्षकों पर डिग्री कॉलेज प्रशासन ने दबाव बनाकर उनसे ऑनलाइन क्लासेस करवाई। यही नहीं शिक्षकों से ग्रÙप में वीडियो बनाकर डालने के लिए भी दबाव डाला। छÙ^ी के बावजूद भी ऑनलाइन क्लास व वीडियो बनाकर अपलोड करने को करके कालेज प्रशासन शिक्षकों को प्रताडि़त करता रहा॥। आरोप है कि कई शिक्षक अस्वस्थ है तथा कई कोविड इन्फेक्टेड भी है‚ उसके बावजूद कॉलेज प्रशासन अपनी मनमानी कर रहा है। शिक्षकों का कहना है कि उच्च शिक्षा विभाग द्वारा जारी किए गए आदेश में भी साफ था कि विश्वविद्यालय अथवा डिग्री कॉलेज नहीं खोले जाएंगे लेकिन इसके बावजूद लखन> लॉ कॉलेज में ऑनलाइन कक्षाएं कराई गई। इस बाबत जब लखन> विश्वविद्यालय प्रशासन से जानकारी की गई तो उन्होंने कहा कि उन्हें ऐसी कोई सूचना नहीं है अगर कोई ऐसी शिकायत आएगी तो उस पर कार्रवाई की जाएगी॥।