लंदन। दस लाख डॉलर (7 करोड़ रुपये से अधिक) के वैश्विक शिक्षक पुरस्कार 2021 के लिए बृहस्पतिवार को घोषित शीर्ष 50 शिक्षकों में दो भारतीयों ने भी जगह बनाई है। सूची में भागलपुर, बिहार के गणित शिक्षक सत्यम मिश्रा और हैदराबाद में सामाजिक अध्ययन, अंग्रेजी और गणित की शिक्षिका मेघना मुसुनुरी को भी शामिल किया गया है। वैश्विक शिक्षक पुरस्कार प्रतिवर्ष एक ऐसे असाधारण शिक्षक को प्रदान किया जाता है, जिसने अपने पेशे में उत्कृष्ट योगदान दिया है।
यूनेस्को की साझेदारी में वर्की फाउंडेशन द्वारा आयोजित इस वैश्विक शिक्षक पुरस्कार के लिए 121 देशों से 8,000 से अधिक नामांकन आए थे। वर्की फाउंडेशन के संस्थापक सन्नी वर्गों ने कहा कि केवल शिक्षा को प्राथमिकता देकर ही हम सभी अपने कल की रक्षा कर सकते हैं। सत्यम मिश्रा ने बच्चों के दुनिया को देखने के तरीके को बदलाव के संकल्प और छात्रों के लिए गणित विषय को रुचिकर बनाने के लिए गुणन की आसान तरकीबों का उपयोग कर इस सूची में जगह बनाई है। वहीं मेघना मुसुनुरी को शिक्षा के संदर्भ में भविष्यवादी, परोपकारी और जुनूनी उद्यमी बताया जाता है। वह फाउंटेनहेड ग्लोबल स्कूल और जूनियर कॉलेज की संस्थापक व अध्यक्ष हैं। वह उद्यमी महिलाओं को ऑनलाइन मौजूदगी स्थापित करने के लिए उनका मार्गदर्शन करने वाली, गूगल की संस्था ‘वीमेन एंटरप्रेन्योर्स ऑन द वेब’ की हैदराबाद शाखा की भी अध्यक्ष हैं। एजेंसी
रंजीत सिंह डिसाले को 2020 में मिला था यह सम्मान : महाराष्ट्र सोलापुर के सरकारी स्कूल के शिक्षक रंजीत सिंह डिसाले को 2020 में वैश्विक शिक्षक पुरस्कार से सम्मानित किया गया था। यह सम्मान पाने वाले वह पहले भारतीय है। डिसाले ने अत्याधुनिक तकनीक का इस्तेमाल कर पहली बार किताबों में क्यूआर कोड शुरू करने की पहल की थी ।