वेतन बिल प्रस्तुत नहीं किया तो प्रबंधन के खिलाफ कार्रवाई प्रस्तावित कर दी जाएगी- जिला विद्यालय निरीक्षक

अम्बेडकरनगर, संवाददाता। वेतन की मांग को लेकर माध्यमिक विद्यालयों के शिक्षकों की चॉक डाउन हड़ताल शुक्रवार को दूसरे दिन भी जारी रही। हालांकि इस हड़ताल से शिक्षण व्यवस्था ज्यादा प्रभावित नहीं रही। शुरुआती वादन के बाद ही विद्यालयों में शिक्षण कार्य सुचारु से संचालित हुआ। चॉकडाउन हड़ताल में शामिल नियमित शिक्षकों ने मांग की है कि विद्यालयों से जल्द से जल्द वेतन बिल जिला विद्यालय निरीक्षक कार्यालय को भेजा जाए।

जून माह से अब तक वेतन न मिलने के कारण जिले के अशासकीय माध्यमिक विद्यालयों के नियमित शिक्षक चॉकडाउन हड़ताल कर रहे हैं। उनका कहना है कि वेतन न मिलने से उनकी आर्थिक स्थिति खराब हो गई है। हड़ताल के दूसरे दिन भी शिक्षकों ने कुछ विद्यालयों में नारेबाजी की। नियमित शिक्षकों ने दावा किया है कि विद्यालयों में चॉकडाउन हड़ताल प्रभावी रही, लेकिन तमाम विद्यालयों से जानकारी करने में पता चला कि शुरुआती वादन के दौरान ही चॉकडाउन हड़ताल रही। बाद में कक्षाएं सुचारू रूप से संचालित हुईं।

माध्यमिक विद्यालयों में नियुक्त तदर्थ शिक्षकों का वेतन बिल जून माह से पृथक करने का आदेश जिला विद्यालय निरीक्षक द्वारा दिया गया है, लेकिन कालेजों के प्रबंधक जिला विद्यालय निरीक्षक के आदेश को नहीं मान रहे हैं। उनका कहना है कि जब तक शासन या विभाग द्वारा वेतन पर रोक नहीं लगाई जाती है। तब तक सभी शिक्षकों का वेतन पारित किया जाए। वेतन बिल प्रस्तुत न होने के कारण विद्यालयों के नियमित शिक्षक चॉकडाउन हड़ताल कर रहे हैं। हालांकि तदर्थ शिक्षक इसमें शामिल नहीं रहे और शिक्षण कार्य में लगे रहे।

जिला विद्यालय निरीक्षक प्रवीण कुमार मिश्र ने कहा कि सभी कालेजों के प्रबंधक जून माह का बिल तत्काल प्रस्तुत करें। उन्होंने कहा कि इस संबंध में दो बार पत्र भी जारी कर दिया गया है। यदि इसके बाद भी वेतन बिल प्रस्तुत नहीं किया जाता है तो प्रबंधन के खिलाफ कार्रवाई प्रस्तावित कर दी जाएगी।

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