यूपी सरकार ने निजी मेडिकल एवं डेंटल कॉलेजों की फीस तय की

मेडिकल की पढ़ाई का सपना संजोए बैठे छात्रों को तगड़ा झटका लगा है। इस बार छात्रों को निजी मेडिकल कॉलेज में दाखिला लेने के लिए और जेब ढीली करनी पड़ेगी। शासन ने पिछले साल के मुकाबले इस साल एमबीबीएस की सालाना फीस 95 हजार से लेकर 2.81 लाख रुपए तक ट्यूशन फीस बढ़ाई है। इसमें हॉस्टल, मेस और लाइब्रेरी आदि की फीस शामिल नहीं है। प्रत्येक कॉलेज की अलग-अलग फीस तय की गई है। चिकित्सा शिक्षा विभाग के अधिकारियों का कहना है कि तय फीस से अधिक की वसूली करने वाले कॉलेजों पर कार्रवाई होगी।

उत्तर प्रदेश सरकार ने शैक्षिक सत्र 2020-21 के निजी मेडिकल एवं डेंटल कॉलेजों के एमबीबीएस एवं बीडीएस की नई फीस तय कर दी है। साथ ही इसके बारे में आदेश भी जारी कर दी है। इसके तहत निजी मेडिकल कॉलेजों में एमबीबीएस की फीस 12.72 लाख रुपए तय की गई है। डेंटल कॉलेजों में बीडीएस का शुल्क 3.59 लाख रुपए निर्धारित की गई है। पुरानी फीस में करीब 10 से 20 प्रतिशत की वृद्धि की गई है। निजी कॉलेजों के संसाधन, उनके खर्चे और महंगाई को देखते हुए कमेटी ने फीस तय की है।

चिकित्सा शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव डॉ. रजनीश दुबे की ओर से निजी कॉलेजों की इस सत्र की फीस सम्बन्धी आदेश के आधार पर नई फीस तय की गई है। एमबीबीएस कोर्स की सबसे ज्यादा 12.72 लाख रुपए वार्षिक फीस बरेली के श्रीराम मूर्ति स्मारक इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज की तय की गई है। पिछले साल कॉलेज की ट्यूशन फीस 11.44 लाख रुपए थी। मुज्जफरनगर मेडिकल कॉलेज की फीस 12.31 हजार तय की गई। जबकि पिछले साल यह 10.54 लाख रुपए थी। सुभारती कॉलेजकी फीस साढ़े आठ लाख रुपए थे। इसे बढ़ाकर 11.31 लाख रुपए कर दी गई है। रोहेलखंड मेडिकल कॉलेज की फीस 12.26 लाख रुपए तय की गई। पिछले साल यह फीस 10.81 लाख रुपए थी।

एमबीबीएस की सबसे कम फीस 10.40 लाख रुपए हिंद मेडिकल कॉलेज सीतापुर की निर्धारित की गई है। बाकी प्रमुख मेडिकल कॉलेजों में रामा मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल एंड रिसर्च सेंटर हापुड की 12.54 लाख, हैरिटेज इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज वाराणसी की 12.62 लाख और टीएस मिश्रा मेडिकल कॉलेज एंड हास्पिटल लखनऊ की एमबीबीएस कोर्स की फीस 12.65 लाख रुपए निर्धारित की गई है।

डेंटल की भी फीस बढ़ी
डेंटल कॉलेजों में बीडीएस कोर्स की फीस न्यूनतम 2.93 लाख रुपए से लेकर अधिकतम 3.65 लाख रुपए निर्धारित की गई है। बीडीएस कोर्स की सबसे कम 2.93 लाख रुपए वार्षिक फीस सुभारती डेंटल कॉलेज मेरठ, इंद्रप्रस्थ डेंटल कॉलेज, आइडीएस बरेली आदि की निर्धारित की गई है। वहीं सर्वाधिक 3.65 लाख रुपए कोठीवाल डेंटल कॉलेज मुरादाबाद व स्कूल ऑफ डेंटल साइंसेज ग्रेटर नोएडा की निर्धारित की गई है।

हॉस्टल फीस 1.75 लाख और तीन लाख सिक्योरिटी
एमबीबीएस व बीडीएस कोर्सेज के विद्यार्थियों की पढ़ाई के साथ-साथ हॉस्टल, सिक्योरिटी डिपॉजिट और डेवलपमेंट फीस सहित अन्य शुल्क भी अलग से देने होंगे। एमबीबीएस के विद्यार्थियों को हॉस्टल में एसी रूम का 1.75 लाख रुपए, नॉन एससी रूम का 1.50 लाख रुपए वार्षिक शुल्क, तीन लाख रुपए सिक्योरिटी डिपॉजिट तथा 80 हजार रुपए विविध शुल्क देना होगा। वहीं बीडीएस के विद्यार्थियों हॉस्टल में एसी रूम का 1.05 लाख, नॉन एसी रूम का 85 हजार रुपए वार्षिक शुल्क, तीन लाख रुपए सिक्योरिटी डिपॉजिट व 40 हजार रुपए विविध शुल्क देना होगा। सिक्योरिटी डिपॉजिट रिफंडेबुल होगा।

फैक्ट फाइल
-24 निजी मेडिकल कॉलेज हैं प्रदेश में
-19 डेंटल कॉलेजों में हैं
-एमबीबीएस की न्यूनतम फीस 10.40 लाख से लेकर अधिकतम 12.72 लाख रुपए वार्षिक
-बीडीएस कोर्स की फीस न्यूनतम 2.93 लाख से लेकर अधिकतम 3.65 लाख रुपए

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