यूपी बोर्ड के क्षेत्रीय अपर सचिव शिव प्रकाश द्विवेदी का सोमवार को निधन हो गया। वह 17 अप्रैल को कोरोना संक्रमित हो गए थे। उन्हें एसआरएन अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहां उनकी तबीयत लगातार बिगड़ती गई और सोमवार को उन्होंने आखिरी सांस ली। उनके जाने से शिक्षा विभाग स्तब्ध है। वह अपनी प्रशासनिक क्षमता, मृदुल व्यवहार और सरलता के लिए शिक्षा विभाग में काफी लोकप्रिय थे। वह अपने पीछे तीन भाइयों, पत्नी डॉ. माया द्विवेदी और तीन बच्चों का भरापूरा परिवार छोड़ गए हैं।विज्ञापन
1995 बैच के पीईएस अफसर शिव प्रकाश द्विवेदी कई जनपदों में जिला विद्यालय निरीक्षक, मुरादाबाद और बरेली जनपद में संयुक्त शिक्षा निदेशक और माध्यमिक शिक्षा परिषद के प्रयागराज क्षेत्रीय कार्यालय में अपर सचिव के पद पर तैनात रहे। प्रयागराज के मांडा ब्लॉक के चिलबिला गांव में जन्मे शिव प्रकाश द्विवेदी ने मंगला प्रसाद इंटर कॉलेज, बामपुर से आरंभिक शिक्षा प्राप्त करने के बाद इलाहाबाद विश्वविद्यालय से उच्च शिक्षा पूरी की। उन्होंने अपने विद्यालय मंगला प्रसाद इंटर कॉलेज, बामपुर से इतना लगाव था कि वह हर साल विद्यालय में हाईस्कूल एवं इंटर में प्रथम आने वाले छात्रों को अपने पिता त्रियुगी नारायण द्विव8ेदी और माता सूर्या देवी की स्मृति में 21 हजार रुपये का पुरस्कार देते थे।
चार भाइयों में तीसरे नंबर के शिव प्रकाश द्विवेदी ने शिक्षा के सुधार के लिए आधिकारिक एवं व्यक्तिगत रूप से कई प्रयास किए। उनके आकस्मिक निधन पर यूपी बोर्ड के सचिव दिव्यकांत शुक्ल, पूर्व सचिव नीना श्रीवास्तव, जिला विद्यालय निरीक्षक आरएन विश्वकर्मा, उमेश चंद्रा, संतोष सिंह, डॉ. महेंद्र देव, राजेंद्र प्रसाद, शिसेवक सिंह, सुधीर कुमार, अनय प्रताप सिंह ने शोक संवेदना व्यक्त की। उधर, भारतीय संस्कृति परिषद की ओर से हुई ऑनलाइन शोक सभा में फूलचंद्र दुबे, सुधीर द्विवेदी, रामजी शुक्ल, देव व्रत साहा, अमित तिवारी, जितेंद्र त्रिपाठी, बजरगंज बली गिरी, राकेश मिश्र आदि ने दिवंगत की आत्मा की शांति के लिए दो मिनट का मौन रखकर प्रार्थना की।