यूपी बोर्ड की साल 2018 (UP Board 2018) की दसवीं की परीक्षा का परिणाम जब सामने आया तो उन्नाव (Unnao) अलावलपुर निवासी एके सिंह की बेटी आंचल को 600 में से 522 अंक हासिल हुए. जब मार्कशीट प्राप्त हुई तो उसे अपनी आंखों पर विश्वास नहीं हुआ. मार्कशीट में आंचल को विज्ञान की लिखित परीक्षा में 23 व प्रयोगात्मक परीक्षा में 30 अंक दिए गए थे.
विज्ञान की लिखित परीक्षा मे बेहद कम नंबर देखकर आंचल के पिता ने उत्तर पुस्तिका की स्क्रूटनी के लिए फॉर्म भर दिया. माध्यमिक शिक्षा सचिव बोर्ड कार्यालय से जांच कराने की मांग की। कोई कार्रवाई न होने पर आंचल की उत्तर पुस्तिकाएं दिखाने के लिए पिता ने आरटीआई फाइल कर दी. मेहनत रंग लाई और 13 अगस्त को बोर्ड कार्यालय ने आंचल और उसके पिता को उत्तर पुस्तिका दिखाई.
आंचल में उत्तर पुस्तिका देखी, आंचल को विज्ञान की लिखित परीक्षा में 70 में से 62 अंक मिले थे, जबकि मार्कशीट में उसके अंक 23 बताए गए थे. मतलब अंकों में 39 नंबर का फेर था. आंचल ने बोर्ड कार्यालय से दूसरी मार्कशीट जारी करने की मांग की, लेकिन उसे टाला जाता रहा. फिर 29 अगस्त को आंचल के पिता ने वकील की मदद से हाईकोर्ट की लखनऊ बेंच में बोर्ड कार्यालय के खिलाफ याचिका दायर कर दी. कोर्ट के हस्तक्षेप के बाद बोर्ड कार्यालय की ओर से संशोधित मार्कशीट स्कूल भेजी गई और नई मार्कशीट के हिसाब से आंचल ने 600 में से 561 अंक हासिल कर प्रदेश की टॉप टेन लिस्ट में सातवें नंबर पर जगह बनाई। इस प्रकार पिता के संघर्ष ने बेटी को टापर लिस्ट में शामिल हो गई।