लखनऊ (एसएनबी)। प्रदेश के डि़प्टी सीएम ड़ा. दिनेश शर्मा ने बताया कि वैश्विक महामारी के चलते योगी सरकार ने प्रदेश में स्ववित्त पोषित महाविद्यालयों में बीएड़ की फीस में दोनों साल को मिलाकर ११ हजार से ज्यादा फीस घटा दी है। बीएड़ के प्रथम वर्ष में अब नयी फीस ४५ हजार रुûपये व द्वितीय वर्ष में २५ हजार रुûपये देनी होगी। इसके साथ ही चार वर्ष वाले बीएड़ कोर्स के लिए हर वर्ष ३० हजार रुûपये सालाना फीस तय कर दी गयी है। उच्च शिक्षा विभाग के विशेष सचिव श्रवण कुमार सिंह ने नयी फीस को लेकर शासनादेश जारी कर दिया है और इसके प्रभावी क्रियान्वयन के लिए निदेशक उच्च शिक्षा व लविवि के कुलसचिव को भेजा गया है। इसके साथ ही सभी राज्य विवि के कुलसचिवों को भी शासनादेश व समाज कल्याण तथा प्राविधिक शिक्षा विभाग के प्रमुख सचिवों को भी इस बाबत जानकारी दी गयी है। ॥ २४ जून २०२० को बीएड़ द्विवर्षीय कोेर्स की फीस तय की गयी थी। तब फीस शैक्षिक सत्र २०२०–२१‚ २०२१–२२ व २०२२–२३ के लिए तय गयी थी‚ लेकिन कोरोना काल के चलते फीस में बदलाव को लेकर अपर मुख्य सचिव उच्च शिक्षा की अध्यक्षता में फीस कमेटी की बैठक हुई। इस कमेटी की अनुशंसा के बाद फीस में कमी करने का निर्णय लिया गया है। इसके साथ ही चार वर्ष बीएड़ कोर्स के लिए सभी वर्ष में एक समान ३० हजार रुûपये सालाना की फीस निर्धारित की गयी है। पहले बीएड़ के प्रथम वर्ष की फीस ५१२५० रुûपये व द्वितीय वर्ष के लिए ३० हजार रुûपये तय थी। छात्रों को अब उन्हें दोनों वर्ष मिलाकर ७० हजार रुûपये देने होंगे॥।
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