उत्तर प्रदेश की शिक्षक भर्तियों में हो रहे धांधली के मद्देनजर अब प्रदेश सरकार प्रदेश के माध्यमिक शिक्षा उच्च शिक्षा बेसिक शिक्षा समाज कल्याण तथा कस्तूरबा गांधी विद्यालय में नियुक्त शिक्षकों के दस्तावेजों की जांच के लिए एक टीम बनाएगी। किसी भी फर्जी शिक्षक को बख्शा नहीं जाएगा मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शिक्षक भर्ती में धांधली के मामले सामने आने के बाद कड़ा रुख अपनाया है उन्होंने रविवार को अफसरों को निर्देश दिए कि सभी शिक्षकों के शैक्षिक व अन्य दस्तावेजों की जांच की जाए उन्होंने इसके लिए एक टीम के गठन के भी निर्देश दिए हैं मुख्यमंत्री ने कहा कि माध्यमिक शिक्षा उच्च शिक्षा जैसी शिक्षा समाज कल्याण तथा कस्तूरबा गांधी विद्यालय में नियुक्त शिक्षकों के दस्तावेजों की जांच के लिए एक डिटेक्टिव टीम बनाई जाए। उन्होंने कहा कि दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए बेसिक शिक्षा विभाग पहले से ही मानव संपदा पोर्टल के माध्यम से प्रमाण पत्रों का सत्यापन करवा रहा है। मुख्यमंत्री के आदेश के क्रम में सोमवार को आदेश जारी किया जा सकता है। मानव संपदा पोर्टल पर लगभग 5 लाख शिक्षकों व शिक्षणेत्तर कर्मचारियों की प्रमाण पत्रों व शिक्षकों को अपना बेवरा चेक करके आपत्ति करनी है और इसी सही करवाना है। जून की शुरुआत में ही प्रधानाध्यापकों की ड्यूटी लगाकर इस ब्यौरे का सत्यापन कर लाक करने के निर्देश दिए गए थे। प्रदेश के कस्तूरबा गांधी बालिका विद्द्यालयों में अनामिका शुक्ला के नाम पर नियुक्तियों के फर्जीवाड़े का जल्द ही खुलासा हो जाएगा। मामले की जांच कर रही पुलिस की स्पेशल फोर्स को कुछ अहम सुराग हाथ लगे हैं।
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