अंबेडकरनगर : टांडा के किसान इंटर कालेज में सुचिता भंग होने की अफवाहों के चलते शनिवार को प्रथम पाली की परीक्षा के बाधित होने में परीक्षा आयोजक जिला विद्यालय निरीक्षक उदय प्रकाश मिश्र, केंद्र पर तैनात पर्यवेक्षक जिला दिव्यांगजन सशक्तीकरण अधिकारी शशांक सिंह और केंद्र व्यवस्थापक रहे कालेज के प्रधानाचार्य गिरीशचंद्र वर्मा को दोषी पाया गया है। जांच के बाद मंडलायुक्त एमपी अग्रवाल और जिलाधिकारी सैमुअल पॉल की संस्तुति पर इन तीनों आरोपितों को निलंबित कर दिया गया है। इसके अलावा यहां स्टेटिक मजिस्ट्रेट के रूप में तैनात रहे नगर पंचायत अशरफपुर किछौछा के अधिशासी अधिकारी पर भी कार्रवाई की संस्तुति शासन को भेजी गई है।शनिवार को टांडा के किसान इंटर कालेज पकड़ी में टीजीटी परीक्षा के प्रथम पाली में ही प्रश्नपत्र लीक होने की अफवाह के बाद परीक्षार्थियों ने प्रदर्शन करते हुए परीक्षा का बहिष्कार कर दिया था। मंडलायुक्त, आइजी व डीएम, एसपी के समझाने के बाद भी परीक्षार्थी बिना इम्तिहान दिए लौट गए। जांच में पाया गया कि परीक्षा आयोजक और केंद्र के अधिकारियों ने समय रहते अफवाह को नियंत्रित कर परीक्षार्थियों को समझाया होता तो ऐसी स्थिति नहीं बनती। संयुक्त शिक्षा निदेशक अयोध्या मंडल अर¨वद कुमार पांडेय ने कालेज का प्रबंधतंत्र भंग कर दिया है। डा. तारा वर्मा को कंट्रोलर बनाया गया है।