शिक्षक बनने का सपना देख रहे युवाओं के लिए खुशखबर है। नेशनल काउंसिल फॉर टीचर एजुकेशन (NCTE) ने केंद्रीय शिक्षक पात्रता परीक्षा (CTET) और अन्य शिक्षक पात्रता परीक्षाओं (TET) के संबंध में अहम फैसला लिया है। एनसीटीई का यह फैसला लाखों अभ्यर्थियों को बड़ी राहत देने वाला है।


सांकेतिक तस्वीर
एनसीटीई ने अब सेंट्रल टीचर्स एलिजिबिलिटी टेस्ट (सीटीईटी) या देश के किसी भी अन्य स्टेट लेवल टीईटी से 7 साल की बाध्यता खत्म कर दी है। हाल में हुई एनसीटीई की 50वीं जेनरल बॉडी मीटिंग में यह फैसला लिया गया है।
क्या है इस फैसले का मतलब
पहले किसी भी टीईटी सर्टिफिकेट की वैधता 7 साल की होती थी। यानी जब अभ्यर्थी ने वह परीक्षा पास की, तब से लेकर 7 साल तक ही वह किसी सरकारी स्कूल में शिक्षक की नौकरी के लिए योग्य होते थे। लेकिन अब एनसीटीई ने फैसला लिया है कि सभी शिक्षक पात्रता परीक्षाओं के प्रमाण पत्र उम्र भर के लिए वैध होंगे।
यानी अब जो अभ्यर्थी किसी टीईटी में सफल होंगे, वह हमेशा सरकारी शिक्षक बनने के योग्य रहेंगे।
