छात्रों के हित में प्रधानमंत्री के अध्यक्षता में हुई मीटिंग में इंटरमीडिएट बोर्ड परीक्षा निरस्त किए जाने का प्रस्ताव पारित हुआ

अभिभावकों व छात्रों *की चिंता हुई दूर॥ नई दिल्ली। केंद्रीय शिक्षा मंत्री ड़ा. रमेश पोखरियाल निशंक ने ट्वीट कर प्रधानमंत्री का आभार व्यक्त किया है। उन्होंने लिखा है कि पीएम की अध्यक्षता में हुई बैठक में १२वीं की परीक्षा रद्द करने के फैसले से अभिभावकों और परीक्षार्थियों की चिंता समाप्त हो गई है। आज सुबह तबीयत खराब होने की वजह से निशंक को एम्स में भर्ती कराया गया। इस वजह से वह बैठक में शामिल नहीं हो पाए॥। ‘छात्रों का स्वास्थ्य और उनकी सुरक्षा सबसे महत्वपूर्ण है और इससे किसी प्रकार का समझौता नहीं किया जा सकता है’ –नरेंद्र मोदी‚ प्रधानमंत्री॥ यूपी बोर्डः सीएम के साथ बैठक में होगा निर्णय॥ लखन> (एसएनबी)। उपमुख्यमंत्री डा. दिनेश शर्मा ने पीएम नरेन्द्र मोदी द्वारा सीबीएसई की कक्षा १२ की परीक्षा को रद्’ करने का निर्णय लेने पर उनके प्रति आभार जताया है। उनका कहना है कि पीएम के लिए हमेशा बच्चों का भविष्य व स्वास्थ्य पहली प्राथमिकता रहे हैं। आज का निर्णय देश के सभी राज्यों की परिस्थितियों पर व्यापक रूप से विचार करने के बाद छात्र‚ अभिभावक व शिक्षक हित में लिया गया है। कोरोना काल में बच्चों के हित में लिए गए इस निर्णय से बच्चों‚ं अभिभावकों को राहत मिलेगी। बच्चे देश का भविष्य होते हैं। परीक्षा रद्’ कर देश का भविष्य सÙरक्षित किया गया है। ॥ नई दिल्ली (एसएनबी)। कोरोना महामारी की दूसरी लहर के मद्देनजर केंद सरकार ने मंगलवार को सीबीएसई की १२वीं कक्षा की बोर्ड़ परीक्षा रद्द करने का निर्णय लिया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि यह फैसला छात्रों के हितों को ध्यान में रखकर लिया गया है। सीबीएसई की १०वीं की बोर्ड़ परीक्षा पहले ही रद्द की जा चुकी है। उधर सीआईएससीई ने भी १२वीं की बोर्ड़ परीक्षाओं को रद्द करने का निर्णय किया है। बोर्ड़ के सचिव गेरी अराथून ने कहा कि वैकल्पिक आकलन मानकों की जल्द घोषणा की जाएगी॥। प्रधानमंत्री मोदी की अध्यक्षता में हुई एक उच्चस्तरीय बैठक के बाद इस फैसले की घोषणा की गई। साथ ही यह फैसला भी हुआ कि सीबीएसई १२वीं कक्षा के विद्यार्थियों के परिणामों को समयबद्ध तरीके से एक पूर्णतः स्पष्ट उद्देश्यपरक मानदंड़ के अनुसार संकलित करने के लिए आवश्यक कदम उठाएगा। पीएमओ की ओर से जारी बयान के मुताबिक मोदी ने कहा कि परीक्षा को लेकर छात्रों‚ अभिभावकों और शिक्षकों की उत्सुकता को समाप्त किया जाना चाहिए। ऐसे तनाव भरे माहौल में छात्रों को परीक्षा में शामिल होने को लेकर दबाव नहीं ड़ाला जाना चाहिए। बैठक के दौरान अधिकारियों ने अब तक हुए व्यापक परामर्श के साथ–साथ राज्य सरकारों सहित सभी हितधारकों से प्राप्त विचारों पर विस्तृत प्रस्तुति दी॥। प्रधानमंत्री ने कहा‚ ‘सीबीएसई की १२वीं कक्षा की परीक्षाओं पर फैसला विद्यार्थियों के हित में लिया गया है। कोविड़–१९ ने अकादमिक कैलेंड़र को काफी प्रभावित किया है और बोर्ड़ परीक्षाओं का मुद्दा विद्यार्थियों‚ अभिभावकों एवं शिक्षकों के बीच अत्यधिक चिंता उत्पन्न करता रहा है जिसे अवश्य ही समाप्त किया जाना चाहिए।’ बैठक में यह भी निर्णय लिया गया कि पिछले साल की तरह ही यदि कुछ विद्यार्थी परीक्षा में बैठने की इच्छा रखते हैं तो स्थिति अनुकूल होने पर सीबीएसई द्वारा उन्हें ऐसा विकल्प प्रदान किया जाएगा। इस बैठक में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह‚ रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह‚ वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण‚ सूचना और प्रसारण मंत्री प्रकाश जावड़़ेकर‚ पेट्रोलियम मंत्री धर्मेंद्र प्रधान‚ महिला एवं बाल विकास मंत्री स्मृति ईरानी‚ प्रधानमंत्री के प्रमुख सचिव‚ कैबिनेट सचिव और शिक्षा मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे। इससे पहले‚ प्रधानमंत्री की अध्यक्षता में हुई एक बैठक के बाद केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड़ ने कोरोना वायरस महामारी फैलने के कारण १४ अप्रैल को १०वीं कक्षा की बोर्ड़ परीक्षा रद्द करने और १२वीं कक्षा की बोर्ड़ परीक्षा स्थगित करने की घोषणा की गई थी॥। लाख सीबीएसई बोर्ड़ के छात्रों को मिली राहत॥ लाख के करीब सीआईएससीई बोर्ड़ के छात्रों की दूर हुई चिंता॥ दपीएम बोले‚ १२वीं की परीक्षा पर फैसला छात्रों के हित में लिया गया ॥ दतनावपूर्ण स्थिति में छात्रों को परीक्षा में बैठने पर मजबूर नहीं किया जाना चाहिए॥

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