कोरोना वायरस संक्रमण (KVS) की वजह से कई बच्चों ने अपने पैरेंट्स को खो दिया है. ऐसे में एक ओर जहां इनकी मदद के लिए केंद्र सरकार ने तमाम योजनाओं को बढ़ा दिया है, वहीं अब इन छात्रों के लिए केंद्रीय विद्यालय भी नेक काम करने जा रहा है. टाइम्स ऑफ इंडिया की एक रिपोर्ट्स की मानें तो केंद्र सरकार के निर्देश पर केवीएस ने पीएम केयर्स फॉर चिल्ड्रन योजना के तहत देशभर में ऐसे छात्रों को प्रवेश (KVS Admissions 2022) देने का फैसला किया है, जो अपने दोनों पैरेंट्स (माता-पिता) को खो दिए हैं. इन छात्रों को विभिन्न कक्षाओं में प्रवेश दिया जाएगा.
मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो इन बच्चों को कक्षा 1 से 12 तक मुफ्त शिक्षा प्रदान की जाएगी. इस दौरान इन्हें शिक्षण शुल्क, विद्यालय विकास निधि (वीवीएन) शुल्क आदि से छूट दी जाएगी. इस श्रेणी के तहत प्रवेश संबंधित केवी द्वारा जिला मजिस्ट्रेट की सिफारिश पर दिया जाएगा. डीएम प्रति कक्षा के लिए दो और एक स्कूल में अधिकतम 10 छात्रों को प्रवेश के लिए सिफारिश कर सकेंगे.
केंद्रीय विद्यालयों जो काठमांडू, तेहरान और मॉस्को सहित विदेशों में तीन के साथ-साथ देश भर में 1200 से अधिक विषम स्कूल चला रहे हैं कि गाइडलाइंस को भारत सरकार ने बदल दिया है. अतिरिक्त खंड में ऐसे बच्चों को प्रवेश देने का उल्लेख है, जिन्होंने कोविड -19 महामारी के कारण अपने माता-पिता या दत्तक माता-पिता या कानूनी अभिभावकों दोनों को खो दिया है.
केंद्रीय विद्यालयों में एडमिशन को लेकर छात्रों को किसी प्रकार की दिक्कत न आए, इसको लेकर केवीएस के डेप्यूटी कमीशनर ने रीजनल ऑफिसर्स को पीएम केयर चिल्ड्रेन स्कीम को बता दिया है. इसको लेकर एक लेटर भी जारी किया गया है. लेटर में कहा गया है कि आरओ अपने स्कूलों के प्रिंसिपल को इस संबंध में जरूर बताए.