उत्तर प्रदेश के मदरसों में विदेशी फंडिंग की होगी जांच

मदरसों

उत्तर प्रदेश के मदरसों में अल्पसंख्यको द्वारा अनेक मद्र का संचालन किया जा रहा है लेकिन इनमें की जा रही विदेशी मदद पर उत्तर प्रदेश सरकार चिंतित है इसी के दृष्टिगत यूपी एटीएस की मदरसों के जरिए देसी विरोधी गतिविधियों के लिए विदेशी फंडिंग के मास्टरमाइंड की तलाश है इसके लिए विदेशी फंडिंग लाने वाले स्वयंसेवी संगठनों और उनके जरिए चंदा प्राप्त करने वाले मद्रास को चिन्हित किया जा रहा है बांग्लादेशी नागरिक आदिल को पश्चिम बंगाल ले जाकर कुछ ठिकानों का पता लगाया गया अवैध घुसपैठ पर भारत पहुंची मीरपुर बांग्लादेश निवासी आदिलपुर रहमान को गिरफ्तार करने के बाद एटीएस को कई अहम सूचनाओं मिली इसके बाद आदिल की दो मददगारों नजीबुल शेख और अबुहुरायर गाजी को गिरफ्तार किए जाने पर गिरोह के देवबंद और पश्चिम बंगाल कनेक्शन के साथ-साथ विदेशी फंडिंग का भी खुलासा हुआ है यह ग्रह विदेशी फंडिंग से बांग्लादेशियों को भारत में लाकर बसानै और उनके फर्जी दस्तावेज तैयार करने में मदद करता है पिछले तीन वर्षों में 20 करोड रुपए की फंडिंग की जानकारी मिलने के बाद जांच एजेंटीयों के कान खड़े हो गए और इस पर विशेष जांच की जा रही है मद्रास के माध्यम बनाने क खुलासा हुआ है मदरसों को मिलने वाली विदेशी फंडिंग का अवैध घुसपैठ और धर्मांतरण में उपयोग की जाने की जांच के लिए गठित एसआईटी ने सबसे पहले नेपाल सीमा पर पिछले दो दशकों में बने नए मदरसों की जांच करने का फैसला किया है

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परिचय

उत्तर प्रदेश सरकार ने हाल ही में राज्य के मदरसों में विदेशी फंडिंग की जांच के लिए एक विशेष जांच दल (SIT) का गठन किया है। यह जांच दल पिछले दो वर्षों में मदरसों को मिले विदेशी फंड की जांच करेगा।

यह जांच कई चुनौतियों और संभावनाओं को सामने ला सकती है।

चुनौतियां

  • मदरसों की संख्या: उत्तर प्रदेश में लगभग 25,000 मदरसे हैं। इनमें से कई मदरसे बिना मान्यता के चल रहे हैं। ऐसे में सभी मदरसों तक पहुंचना और उनकी जांच करना एक चुनौती होगी।
  • मदरसों की वित्तीय स्थिति: कई मदरसे अपने खर्चों को पूरा करने के लिए विदेशी फंडिंग पर निर्भर हैं। ऐसे में इन मदरसों से विदेशी फंड की जांच करना मुश्किल हो सकता है।
  • मदरसों के प्रबंधकों का विरोध: कुछ मदरसों के प्रबंधक विदेशी फंड की जांच का विरोध कर सकते हैं। वे जांच को अपने अधिकारों का हनन बता सकते हैं।

संभावनाएं

  • देश की सुरक्षा सुनिश्चित करना: मदरसों में विदेशी फंडिंग देश की सुरक्षा के लिए एक खतरा हो सकता है। ऐसे में इस जांच से इस खतरे को कम करने में मदद मिल सकती है।
  • मदरसों में पारदर्शिता बढ़ाना: इस जांच से मदरसों में वित्तीय पारदर्शिता बढ़ सकती है। इससे मदरसों के संचालन में भ्रष्टाचार को रोकने में मदद मिल सकती है।
  • मदरसों में शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार करना: इस जांच से मदरसों में शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार करने के लिए कदम उठाए जा सकते हैं।

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निष्कर्ष

उत्तर प्रदेश के मदरसों में विदेशी फंडिंग की जांच एक महत्वपूर्ण पहल है। यह जांच देश की सुरक्षा सुनिश्चित करने, मदरसों में पारदर्शिता बढ़ाने और मदरसों में शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार करने में मदद कर सकती है।

इस जांच को सफल बनाने के लिए निम्नलिखित बातों पर ध्यान दिया जाना चाहिए:

  • जांच को निष्पक्ष और पारदर्शी तरीके से किया जाना चाहिए।
  • जांच में सभी मदरसों को शामिल किया जाना चाहिए, चाहे वे मान्यता प्राप्त हों या न हों।
  • जांच में मदरसों के प्रबंधकों और छात्रों से भी बात की जानी चाहिए।

इन बातों पर ध्यान देने से यह जांच सफल हो सकती है और इससे देश को कई लाभ मिल सकते हैं।

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