विश्व रक्त दान दिवस पर विशेष

विश्व रक्त दान दिवस पर एक ही दान रक्त दान महादान

सोहनलाल वर्मा ( प्रत्याशी लखनऊ शिक्षक निर्वाचन क्षेत्र )


हर साल 14 जून को दुनियाभर में विश्व रक्तदान दिवस के रूप में मनाया जाता है। इस दिन को मनाने के पीछे उद्देश्य रक्तदान को बढ़ावा देना है। 14 जून यानी विश्व रक्तदाता दिवस के दिन रक्तदान करने के लिए लोगों के लिए कई जगह कैंप भी लगाए जाते हैं। विश्व रक्तदान दिवस सबसे पहली बार साल 2004 में मनाया   गया था। इस दिन को मनाने की शुरुआत सबसे पहले वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गनाइज़ेशन (World Health Organization) ने की थी।

इस वर्ष विश्व रक्त दाता दिवस 2020 की थीम ‘सुरक्षि‍त रक्त, बचाए जीवन’, सेफ ब्लड सेव्स लाइव्स (Safe blood saves lives)रखी गई है। ऐसे में आइए जानते हैं रक्तदान से जुड़ी कई अहम बातें। भारत में हर महीने ब्लड ट्रांसफ्यूजन कराने वाले एक लाख से अधिक थैलेसीमिया मरीजों के लिए लॉकडाउन सर्वाधिक संकट का समय था। इंडियन रेडक्रॉस सोसायटी रक्तदाता कैंपों में हर दो काउच के बीच एक मीटर की दूरी होना आवश्यक है ताकि रक्तदाता सुरक्षित रहे।

नेशनल ब्लड ट्रांसफ्यूजन काउंसिल, भारत सरकार महामारी में रक्त की आवश्यकता बढ़ी है पर रक्तदाता घट गए हैं, हमें लोगों को रक्तदान के लिए प्रोत्साहित करना होगा। यूएस फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन भारत की आबादी के हिसाब से हर साल 1.35 करोड़ रक्तदान की जरूरत है जबकि यहां 1.1 करोड़ वार्षिक रक्तदान हो रहा है।विश्व स्वास्थ्य संगठन  रक्त दान करने की प्रक्रिया रक्तदाता के लिए कोविड-19 का खतरा पैदा नहीं करती, यह पूरी तरह सुरक्षित है।   इंडियन रेडक्रॉस सोसायटी अफ्रीकी देशों में लॉकडाउन के दौरान टीबी और एचआईवी मरीजों के लिए रक्त की आपूर्ति 13 प्रतिशत से अधिक घट गई।   

हृयूमन साइंस रिसर्च काउंसिल, दक्षिण अफ्रीका ऐसा व्यक्ति जिसे हाल में कोई बीमारी न हुई हो और उसमें कोविड-19 के कोई लक्षण नहीं हो, वह रक्तदान के योग्य है।   विश्व स्वास्थ्य संगठन भारत में एनीमिया के रोगी अधिक हैं, जिस कारण अन्य विकासशील देशों की तुलना में यहां रक्त की मांग ज्यादा तेजी से बढ़ेगी।  लैंसेंट रिपोर्ट, फरवरी 2020 कोविड के कारण हमें पहले से कहीं अधिक रक्त की आवश्यकता पड़ रही है इसके लिए बड़े स्तर पर रक्तदाता कैंप लगाए जा रहे हैं।

एम्स, नई दिल्ली क्लीनिकल ब्लड के संक्रमित होने की संभावना बहुत कम है पर इसकी सुरक्षा सुनिश्चित करने के पर्याप्त उपाय किए जाने चाहिए।नेशनल लाइब्रेरी ऑफ मेडिसिन कोविड से ठीक हो चुके मरीजों से हमारी अपील है कि वे ब्लड प्लाज्मा दान करें ताकि अमेरिका में दूसरे संक्रमित मरीजों को भी बचाया जा सके‘द फाइट इज इन अस’ अभियान, अमेरिकाइस संकट काल में ब्लड ट्रांसफ्यूजन की आवश्यकता वाले मरीजों को रक्त देने वाले दानदाताओं की हम सराहना करते हैं। सेरस कॉर्पोरेशन, ब्लड ट्रांसफ्यूजन तंत्र निर्माता कंपनी रक्त देने जाते समय मास्क जरूर लगाएं और हाथ की स्वच्छता का ध्यान रखें, अपने स्वास्थ्य से जुड़ी सही-सही जानकारी उपलब्ध करवाएं।

रक्तदान के लिए सरकारी कर्मचारियों को वेतन सहित अवकाश मिलेगा

केंद्र सरकार ने रक्‍तदान के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए अपने कर्मचारियों को विशेष छूट देने का फैसला किया है. केंद्र सरकार के मुताबिक केंद्रीय कर्मचारी रक्तदान के लिए अब वेतन सहित अवकाश ले सकेंगे. यह जानकारी कार्मिक मंत्रालय ने दी है.कार्मिक मंत्रालय के आदेश में कहा गया है कि वर्तमान में सेवा नियम संपूर्ण रक्तदान के लिए छुट्टी की अनुमति देता है न कि एफेरेसिस रक्तदान के लिए. एफेरेसिस रक्तदान के तहत रक्त से प्लेटलेट्स, प्लाज्मा जैसे अवयवों को निकालकर रक्त को वापस शरीर के अंदर भेज दिया जाता है.मंत्रालय ने बताया कि ऐसा महसूस किया गया कि नियम में एफेरेसिस रक्तदान को भी शामिल किया जाना चाहिए क्योंकि इससे प्लेटलेट्स, प्लाज्मा जैसे अवयवों को हासिल करने का अतिरिक्त लाभ मिलेगा.

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *