राष्ट्रीय ध्वज दिशानिर्देश

दिशानिर्देश

ध्वज दिशानिर्देश : भारत का राष्ट्रीय ध्वज, जिसे तिरंगा भी कहा जाता है, तीन रंगों का एक आयताकार ध्वज है: ऊपर से नीचे तक केसरिया, हरा और सफेद। केसरिया रंग साहस और बलिदान का प्रतीक है, हरा रंग समृद्धि और उर्वरता का प्रतीक है, और सफेद रंग शांति और सत्य का प्रतीक है। ध्वज के बीच में एक चक्र है, जिसे अशोक चक्र के रूप में भी जाना जाता है। यह चक्र धर्म चक्र का प्रतीक है, जो शांति और न्याय का प्रतीक है।

भारतीय ध्वज संहिता, 2002 में राष्ट्रीय ध्वज के प्रदर्शन और उपयोग के संबंध में दिशानिर्देश प्रदान करती है। इन दिशानिर्देशों का उद्देश्य राष्ट्रीय ध्वज का सम्मान सुनिश्चित करना है।

राष्ट्रीय ध्वज के प्रदर्शन के लिए दिशानिर्देश

राष्ट्रीय ध्वज को सूर्योदय से सूर्यास्त तक फहराया जाना चाहिए। इसे सूर्यास्त के बाद फहराना अपमानजनक माना जाता है।

राष्ट्रीय ध्वज को केवल सरकारी भवनों, सार्वजनिक भवनों, शैक्षणिक संस्थानों और अन्य सार्वजनिक स्थानों पर फहराया जा सकता है। इसे निजी घरों या वाहनों पर फहराना अपमानजनक माना जाता है।

राष्ट्रीय ध्वज को हमेशा धुले हुए और साफ-सुथरे रूप में फहराया जाना चाहिए। इसे कभी भी क्षतिग्रस्त या गंदे रूप में नहीं फहराया जाना चाहिए।

राष्ट्रीय ध्वज को हमेशा सम्मान के साथ फहराया जाना चाहिए। इसे कभी भी नीचे नहीं गिरने दिया जाना चाहिए।

राष्ट्रीय ध्वज को हमेशा उचित ढंग से फहराया जाना चाहिए। इसे कभी भी उल्टा या तिरछा नहीं फहराया जाना चाहिए।

राष्ट्रीय ध्वज के उपयोग के लिए दिशानिर्देश

राष्ट्रीय ध्वज को केवल उचित उद्देश्यों के लिए उपयोग किया जाना चाहिए। इसे कभी भी किसी भी तरह से अपमानित या अपमानित नहीं किया जाना चाहिए।

राष्ट्रीय ध्वज का उपयोग किसी भी प्रकार के विज्ञापन या प्रचार के लिए नहीं किया जा सकता है।

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राष्ट्रीय ध्वज का उपयोग किसी भी प्रकार के कपड़ों, जूते, सामान या अन्य वस्तुओं के निर्माण के लिए नहीं किया जा सकता है।

राष्ट्रीय ध्वज का उपयोग किसी भी प्रकार के साहित्य या कला के कार्यों में नहीं किया जा सकता है।

राष्ट्रीय ध्वज के अपमान के लिए दंड

राष्ट्रीय ध्वज का अपमान करने पर भारतीय गौरव अपमान निवारण अधिनियम, 1971 के तहत दंड का प्रावधान है। इस अधिनियम के अनुसार, राष्ट्रीय ध्वज का अपमान करने वाले व्यक्ति को तीन साल तक के कारावास या जुर्माने या दोनों से दंडित किया जा सकता है।

राष्ट्रीय ध्वज के प्रति सम्मान

भारतीय ध्वज हमारे देश की एक महत्वपूर्ण राष्ट्रीय प्रतीक है। यह हमारे देश की स्वतंत्रता और एकता का प्रतीक है। इसलिए, हमें हमेशा राष्ट्रीय ध्वज का सम्मान करना चाहिए।

राष्ट्रीय ध्वज का सम्मान करने के कुछ तरीके इस प्रकार हैं:

  • हमेशा राष्ट्रीय ध्वज को धुले हुए और साफ-सुथरे रूप में फहराएं।
  • राष्ट्रीय ध्वज को कभी भी क्षतिग्रस्त या गंदे रूप में न फहराएं।
  • राष्ट्रीय ध्वज को हमेशा सम्मान के साथ फहराएं।
  • राष्ट्रीय ध्वज को कभी भी नीचे न गिरने दें।
  • राष्ट्रीय ध्वज का उपयोग केवल उचित उद्देश्यों के लिए करें।
  • राष्ट्रीय ध्वज का उपयोग किसी भी तरह से अपमानित या अपमानित न करें।

हम सभी को मिलकर यह सुनिश्चित करना चाहिए कि राष्ट्रीय ध्वज का हमेशा सम्मान किया जाए।

 

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