बीएड की डिग्री ले चुके अभ्यर्थी भी अब प्राइमरी स्कूल में शिक्षक बन सकेंगे। इसके लिए उन्हें पात्रता परीक्षा पास करनी होगी। अभी तक डिप्लोमा इन एलीमेंट्री एजुकेशन (डीएलएड) करने वाले ही प्राइमरी स्कूल में शिक्षक बनने की पात्रता रखते थे। लेकिन राष्ट्रीय अध्यापक शिक्षा परिषद (एनसीटीई) ने 25 अगस्त 2010 की जारी अधिसूचना में बदलाव किया है। प्रदेश सरकार ने स्कूलों में लगभग 40 हजार शिक्षकों की भर्ती करने की बात भी कही है। इस बदलाव से अंचल के लगभग 50 हजार बीएड डिग्रीधारियों को फायदा होगा।
स्नातक में 50% अंक होना अनिवार्य
स्कूल शिक्षक बनने के लिए पात्रता परीक्षा में वही अभ्यर्थी शामिल हो पाएंगे, जिन्होंने स्नातक परीक्षा 50 फीसदी अंकों में पास की होगी। साथ ही बीएड डिग्री हो। बीएड डिग्रीधारियों को शिक्षक पद पर नियुक्त होने के 2 वर्ष में मान्यता प्राप्त प्राथमिक शिक्षा में 6 महीने का ब्रिज कोर्स करना होगा।
अभी तक बीएड डिग्रीधारी मिडिल से 12वीं तक के शिक्षक बन पाते थे
अभी तक बीएड डिग्रीधारी पात्रता परीक्षा पास करने के बाद मिडिल से कक्षा 12वीं तक शिक्षक बन पाते थे। अब बीएड डिग्रीधारियों को छूट देने से डीएलएड अभ्यर्थियों के लिए प्रतियोगिता बढ़ गई है।