बेसिक शिक्षा राज्यमंत्री डॉ. सतीश चंद्र द्विवेदी ने कहा कि परिषदीय विद्यालयों को दीवाली बाद खोलने की तैयारी है। शासन स्तर पर मंथन किया जा रहा है। शासन ने फिलहाल 19 अक्तूबर से नौंवी से बारहवीं के बच्चों के लिए स्कूल खोलने की अनुमति दी है। बड़े बच्चों की निगरानी की जाएगी। सब कुछ ठीक रहा तो एक महीने बाद से छोटी कक्षाओं के बच्चों को स्कूल बुलाया जाएगा।
बेसिक शिक्षामंत्री ने रविवार को अलग-अलग कार्यक्रमों में हिस्सा लिया। दीक्षा भवन में आयोजित गुरु श्री सम्मान कार्यक्रम में आए शिक्षामंत्री ने मीडिया कर्मियों से बात की और कहा कि परिषदीय विद्यालयों को कॉपी किताब, स्कूल बैग, यूनिफार्म पूर्व में वितरित की जा चुकी है। स्वेटर वितरण का काम भी चालू हो गया है। मिड डे मील का खाद्यान्न कोटेदार के माध्यम से वितरित कराया जा रहा। मिड डे मील की परिवर्तन लागत अभिभावकों के खाते में भेजी जा रही है। एहतियात के तौर पर फिलहाल छोटी कक्षाओं के विद्यालय नहीं खोले गए हैं। कोरोना संक्रमण की रफ्तार में कमी आई है। आने वाले एक महीने में इसमें और कमी आएगी। तभी छोटे बच्चों को स्कूल बुलाना मुनासिब होगा।
स्कूल फीस माफी की कोई गुंजाइश नहीं
प्राइवेट स्कूलों की फीस माफी को लेकर अभिभावकों के प्रदर्शन पर शिक्षा मंत्री डॉ. सतीश चंद्र द्विवेदी ने कहा कि इस पर पहले ही फैसला लिया जा चुका है। स्कूल फीस की माफी की गुंजाइश नहीं है। स्कूलों को फीस में बढ़ोतरी नहीं करने और स्कूल फीस जमा कराने के लिए दबाव न बनाने का सख्त निर्देश दिए गए हैं। कहा कि प्राइवेट स्कूलों के माध्यम से लाखों लोगों को रोजगार हासिल होता है। आखिर उन लोगों के भविष्य के बारे में सोचना भी सरकार का ही काम है।
गाइड लाइन के मुताबिक दिया डीएलएड प्रशिक्षुओं को प्रमोशन
बेसिक शिक्षा राज्यमंत्री ने कहा कि यूजीसी की गाइड लाइन के मुताबिक ही प्रथम और अंतिम सेमेस्टर के प्रशिक्षुओं को प्रमोट किया गया है। वहीं अंतिम सेमेस्टर की परीक्षा कराई गई है। अगर किसी प्रशिक्षु का बैक पेपर आया है तो उसकी परीक्षा कराई जाएगी। फिर उसे प्रमोशन का लाभ दिया जाएगा। प्रशिक्षुओं को परेशान होने की जरूरत नहीं है। किसी प्रशिक्षु का अहित नहीं होने दिया जाएगा।