उत्तर प्रदेश में शिक्षा विभाग में शिक्षकों की बड़ी लापरवाही सामने आई है। ताजा मामला एटा जिले का है जहाँ बेसिक शिक्षा परिषद स्कूलों में कार्यरत 514 शिक्षकों और शिक्षामित्रों ने मानव संपदा पोर्टल पर गूगल फॉर्म नहीं भरा।
इस घोर लापरवाही के चलते एटा बीएसए (BSA) संजय कुमार ने जनपद के सभी 514 शिक्षकों का वेतन रोकते हुए एक बड़ी कार्रवाई की है जिससे शिक्षा विभाग में हड़कम्प मच गया है।
पूरा मामला जनपद एटा का है जहाँ एटा में शिक्षकों की घोर लापरवाही के चलते बीएसए (BSA) संजय कुमार ने 514 शिक्षकों , शिक्षामित्र और अनुदेशकों का वेतन रोकते हुए एक बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया है। वही जब इस पूरे मामले पर एटा बीएसए से पूछा गया तो उन्होंने बताया कि 1 वर्ष पूर्ण होने पर भी शिक्षक इस कार्य को पूरा नहीं कर पाए हैं। लापरवाही के चलते एडी बेसिक ने कार्रवाई करने की निर्देश दिए।
पोर्टल पर नहीं फीड किया अपना डाटा
बेसिक शिक्षा परिषद के प्राथमिक एवं उच्च प्राथमिक शिक्षक- शिक्षिकाओं,शिक्षामित्र,अनुदेशकों एवं अन्य कर्मचारियों को मानव संपदा पोर्टल पर डाटा फीड किया जाना आवश्यक था। उसके लिए शिक्षा विभाग से लगातार दिशा निर्देश जारी किए जा रहे थे। उसके बाद भी जिले में 514 शिक्षक,शिक्षामित्र,अनुदेशकों ने मानव संपदा पोर्टल पर अपना डाटा फ़ीड करने को गूगल ऐप डाउनलोड नहीं किया। जिसमे घोर लापरवाही पाई गई है।
514 शिक्षकों का रोका गया मनदेय
इसके चलते ये 514 शिक्षकों और शिक्षा मित्र और अनुदेशकों पर वेतन,मानदेय रोकने की कार्रवाई की गई है। वही BSA की कार्रवाई में जनपद के अलीगंज ब्लॉक के 119, आवागढ़ ब्लॉक के 55, एटा नगर क्षेत्र के 08,जलेसर के 127,जलेसर नगर क्षेत्र के 07,मारहरा के 34,निधौली कला के 12,सकीट के 42,शीतलपुर के 32 शिक्षक,शिक्षामित्र,अनुदेशक एवं अन्य कर्मचारी भी शामिल हैं। वहीं बीएसए संजय कुमार लगातार इन लापरवाह शिक्षकों और शिक्षा मित्रों पर कार्रवाई करते देखे जा रहे है।