मैनपुरी। बेसिक शिक्षा के साथ ही माध्यमिक शिक्षा में भी फर्जी अभिलेखों और नाम पता से शिक्षक नौकरी पाते रहे हैं। मुख्यमंत्री के निर्देश के बाद अब माध्यमिक शिक्षा विभाग में तैनात शिक्षकों और स्टाफ की भी जांच कराई जाएगी। जांच का आदेश होते ही विभागों में तैयारियां शुरू कर दी गई हैं। वर्ष 2019 में जिले के अलग-अलग कॉलेजों में नियुक्ति पाने वाले दो शिक्षक और एक शिक्षिका स्कूलों से लापता हो गए हैं।
केस- एक
एके इंटर कॉलेज बरनाहल में कला विषय की शिक्षिका के रूप में सितंबर 2019 में सीमा देवी की नियुक्ति हुई थी। विभाग ने वेतन देने से पहले जब इनकी नियुक्ति की जांच कराई तो प्रथम जांच में नियुक्ति सही बताई गई। बाद में जांच के संबंध में माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड को पत्र लिखा गया तो जांच और नियुक्ति दोनों ही फर्जी बताए गए। इस शिक्षिका का पता विजय नगर जनपद इटावा बताया गया था लेकिन इस पते पर जब नोटिस भेजा गया तो ये पता भी फर्जी निकला।
केस- 2
मोहन इंटर कॉलेज लाखनमऊ में सितंबर 2019 को सामाजिक विज्ञान शिक्षक के पद पर अश्वनी चौधरी की नियुक्ति की गई। इसकी भी जब पहली जांच कराई गई तो नियुक्ति सही बताई गई लेकिन जब जांच के संबंध में बोर्ड को जिला विद्यालय निरीक्षक ने शक होने पर पत्र लिखा तो जांच और नियुक्ति दोनों ही फर्जी बताए गए। अश्वनी चौधरी का पता सिरवा जलालपुर मेरठ बताया गया था। यहां जब स्पष्टीकरण का नोटिस भेजा गया तो यह पता भी फर्जी निकला।
केस- 3
नरसिंह यादव इंटर कॉलेज करहल में सितंबर 2019 में संदीप नाइक ने अंग्रेजी शिक्षक के रूप में नियुक्ति पाई थी। इनकी नियुक्ति की भी जब बोर्ड से जांच कराई गई तो प्रथम जांच रिपोर्ट में नियुक्ति सही बताई गई। जांच के संबंध में बोर्ड से जानकारी मांगी गई तो जांच और नियुक्ति दोनों ही फर्जी पाए गए। इस शिक्षक का पता एत्मादपुर आगरा बताया गया था। जब इस पते पर नोटिस भेजा गया तो पता भी फर्जी निकला।
प्रधानाचार्यों और प्रबंधकों को फर्जी शिक्षकों के विरुद्ध कार्रवाई के लिए फरवरी में ही पत्र जारी कर दिया गया था। प्रधानाचार्यों से प्राप्त रिपोर्ट के अनुसार ये तीनों शिक्षक कॉलेज छोड़ गए हैं। प्रधानाचार्यों ने इनके खिलाफ संबंधित थानों में तहरीर भी दी है।
साभार अमर उजाला