सहायता प्राप्त माध्यमिक स्कूलों में सालों से पढ़ा रहे 1320 तदर्थ सहायक अध्यापकों और नौ प्रवक्ताओं की सेवाएं अमान्य हो गईं। इसी के चलते उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड की प्रशिक्षित स्नातक (टीजीटी) और प्रवक्ता (पीजीटी) 2021 की भर्ती में तदर्थ शिक्षकों का चयन नहीं हो सका। आवेदन करने वाले 1436 तदर्थ सहायक अध्यापकों में से मात्र एक का चयन हो सका।
126 शिक्षकों की सेवाएं जिला विद्यालय निरीक्षक स्तर से सत्यापित होने के बाद अधिभार मिला था। नौ नवंबर को सुनवाई के दौरान सुप्रीम कोर्ट ने 1329 तदर्थ शिक्षकों की सेवा सत्यापन न होने का कारण पूछा है।
अपर शिक्षा निदेशक माध्यमिक डॉ. महेन्द्र देव ने जिला विद्यालय निरीक्षकों को 14 नवंबर को पत्र भेजकर सूचना मांगी है। टीजीटी-पीजीटी 2021 भर्ती में तदर्थ शिक्षकों को एक वर्ष की सेवा पर 1.5 अंक और अधिकतम 30 अंक दिया गया था।