केंद्र सरकार ने सीबीएसई की 12वीं की बोर्ड परीक्षा और प्रतियोगी परीक्षा को लेकर रविवार को राज्यों के साथ मीटिंग की। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की अध्यक्षता में हुई बैठक में केंद्र ने राज्यों के समक्ष दो विकल्प रखे। सूत्रों का कहना है कि 75 फीसदी राज्य दूसरे विकल्प पर सहमत थे। जिसमें दो बार बोर्ड परीक्षा का जिक्र है।
परीक्षा को लेकर कोई अंतिम फैसला नहीं हो पाया, लेकिन केंद्र ने राज्यों से विस्तृत सुझाव मांगे हैं। दूसरे विकल्प के तहत बोर्ड परीक्षाएं स्कूल में ही कराने, सिर्फ 19 प्रमुख विषयों की परीक्षा कराने, प्रश्नपत्र की अवधि डेढ़ घंटे रखने, प्रश्नों को वस्तुनिष्ठ स्वरूप में देने, दो बार परीक्षा कराने ताकि कोई छात्र कोरोना के चलते एक बार शामिल नहीं हो सके तो दूसरी बार शामिल हो जाए, की बात कही गई है। साथ ही एक भाषा और तीन इलेक्टिव पेपर देने होंगे। जबकि पांचवें और छठे पेपर में पिछली परीक्षा के आधार पर अंक मिलेंगे।
25 मई तक राज्यों से सुझाव मांगे
शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने कहा कि परीक्षाओं को लेकर सहमति बनी है, लेकिन राज्यों से कहा गया है कि वह और परामर्श कर 25 मई तक सुझाव दें। इसके बाद केंद्र निर्णय करेगा।