NCERT ने अपनी पॉलिटिकल साइंस की किताबों में महत्वपूर्ण बदलाव किए हैं। ये बदलाव छात्रों को देश की आधुनिक राजनीतिक घटनाओं और उनकी पृष्ठभूमि को बेहतर ढंग से समझाने के लिए किए गए हैं। अब छात्रों को बाबरी मस्जिद,अयोध्या विवाद और गोधरा कांड से संबंधित चैप्टर नहीं मिलेंगे। इन घटनाओं को अब नई दृष्टिकोण से प्रस्तुत किया गया है। इन बदलावों का उद्देश्य पाठ्यक्रम को संक्षिप्त और सरल बनाना बताया गया है।
बाबरी मस्जिद और अयोध्या विवाद का हटाया जाना
नई किताबों में बाबरी मस्जिद और अयोध्या विवाद से संबंधित अध्यायों को हटा दिया गया है। यह विवाद भारतीय राजनीति का एक महत्वपूर्ण हिस्सा रहा है और इसका असर लंबे समय तक देश की राजनीति और समाज पर पड़ा है। हालांकि, अब इसे पाठ्यक्रम से बाहर कर दिया गया है।
गोधरा कांड का उल्लेख नहीं
गोधरा कांड, जो कि 2002 में गुजरात में हुआ था और जिसके बाद बड़े पैमाने पर सांप्रदायिक हिंसा हुई थी, उसे भी अब NCERT की किताबों से हटा दिया गया है। इस घटना का राजनीति और समाज पर गहरा प्रभाव पड़ा था, लेकिन अब इसे नए पाठ्यक्रम में शामिल नहीं किया गया है।बाबरी मस्जिद, अयोध्या और गोधरा कांड के अलावा भी किताबों में कई अन्य बदलाव किए गए हैं। कई पुराने अध्यायों को संक्षिप्त किया गया है और नए विषयों को शामिल किया गया है। इससे छात्रों को अधिक समकालीन और प्रासंगिक जानकारी प्राप्त होगी।
शिक्षकों और छात्रों की प्रतिक्रिया
इन बदलावों पर शिक्षकों और छात्रों की मिश्रित प्रतिक्रिया है। कुछ लोग मानते हैं कि इससे पाठ्यक्रम अधिक संक्षिप्त और प्रासंगिक हो गया है, जबकि अन्य लोग महत्वपूर्ण ऐतिहासिक घटनाओं को हटाने के निर्णय पर सवाल उठा रहे हैं। वे मानते हैं कि इन घटनाओं का अध्ययन छात्रों के लिए महत्वपूर्ण है ताकि वे देश की राजनीतिक और सामाजिक इतिहास को अच्छी तरह समझ सकें।