अंबेडकरनगर। स्कूली वाहनों की फिटनेस न कराना जिले के करीब 125 विद्यालय प्रबंधकों को महंगा पड़ सकता है। स्कूलों में संचालित 423 अनफिट वाहनों वाले लगभग 125 विद्यालयों की मान्यता रद्द करने की तैयारी प्रारंभ कर दी गई है। कार्रवाई के लिए शीघ्र ही संबंधित विद्यालयों की सूची एआरटीओ कार्यालय, डीएम समेत डीआईओएस व बीएसए को उपलब्ध करा दी जाएगी।
कोरोना संकट के दौरान दो वर्ष तक स्कूली वाहनों को फिटनेस कराने की छूट दी गई थी। इस बीच नए शिक्षा सत्र में सभी विद्यालय प्रबंधकों को एआरटीओ कार्यालय ने स्कूली वाहनों की फिटनेस कराने का निर्देश दिया था। जारी निर्देश में कहा गया था कि जिन वाहनों की फिटनेस नहीं होगी, उन्हें सड़क पर नहीं चलने दिया जाएगा। यदि बगैर फिटनेस के छात्र-छात्राओं को स्कूल लाते वाहन को पकड़ा गया तो कार्रवाई की जाएगी। जिले में 900 से अधिक छोटे-बड़े स्कूली वाहन संचालित हैं। निर्देश के बाद शुरुआत में तो कुछ प्रबंधकों ने वाहनों की फिटनेस कराई, लेकिन ज्यादातर ने इस पर ध्यान नहीं दिया।
इस बीच बीते दिनों एआरटीओ कार्यालय ने 428 स्कूली वाहन संचालकों/विद्यालय प्रबंधकों को नोटिस जारी कर निर्देशित किया था कि वे 27 व 28 जून को एआरटीओ कार्यालय में आयोजित विशेष शिविर में पहुंचकर संबंधित वाहन की फिटनेस करा लें। यदि समय रहते ऐसा नहीं किया गया तो कार्रवाई की जाएगी। एआरटीओ कार्यालय के नवदीप ने बताया कि दो दिन चले विशेष अभियान में मात्र पांच स्कूली वाहनों की ही फिटनेस कराई गई।
आरआई विपिन कुमार ने बताया कि 423 वाहनों की अब भी फिटनेस नहीं हुई है। ऐसे में अब संबंधित विद्यालयों की सूची तैयार की जा रही है। इसे शीघ्र ही मान्यता रद्द करने के लिए संबंधित विद्यालयों की सूची डीएम के अलावा डीआईओएस व बीएसए को भेज दी जाएगी।