लखनऊ जनपद के 13 अशासकीय सहायता प्राप्त माध्यमिक विद्यालयों में प्रबंध तंत्र ने नियमों की अनदेखी करके 89 शिक्षकों की नियुक्तियां था। जिसे शिक्षा विभाग ने अमान्य करार दे दिया है। अब इन शिक्षकों से वेतन भुगतान के रुप खर्च की 13 करोड़ रुपये की वसूली की जाएगी। लखनऊ के जिन विद्यालयों में अवैध नियुक्तियां की गई। उसमें गुरु नानक गर्ल्स इंटर कॉलेज बांसमडी , तालिम गाहे निश्वा इंटर कॉलेज, करामात हुसैन गर्ल्स इंटर कॉलेज गुरु नानक गर्ल्स इंटर कॉलेज चंदन नगर, सिंधी गर्ल्स इंटर कॉलेज आलमबाग, यशोदा रस्तोगी गर्ल्स इंटर कॉलेज, विद्या मंदिर गर्ल्स इंटर कॉलेज, खून खून जी गर्ल्स इंटर कॉलेज, स्वतंत्र गर्ल्स इंटर कॉलेज, जनता गर्ल्स इंटर कॉलेज, कस्तूरबा गर्ल्स इंटर कॉलेज, भारतीय बालिका विद्यालय इंटर कॉलेज और गर्ल्स इंटर कॉलेज मुफ्तीगंज में 89 शिक्षकों की भर्तियां विभाग के नियमों को दरकिनार करके किया गया था। नियमों की अनदेखी किए जाने की पुष्टि निदेशालय की ओर से इंटरमीडिएट शिक्षा अधिनियम 1921 की धारा 16 ई(10) के तहत की गई। इन सभी अनियमित नियुक्तियों को निरस्त करने के आदेश दिए गए हैं। शिक्षा निदेशक सुरेंद्र कुमार तिवारी ने डीआईओएस दिवतीय नंदकुमार से इन सभी नियुक्तियों को निरस्त करने का प्रस्ताव मांगा है । जिला विद्यालय निरीक्षक डॉ मुकेश कुमार सिंह ने बताया कि इन शिक्षकों और कर्मचारियों की रिकवरी के आदेश आए हैं जिन्हें संबंधित शिक्षकों को भेज दिया गया है
Related Posts
तदर्थ शिक्षकों को मिलेगा विशेष महत्व, परीक्षा से ही होंगे नियमित।
तदर्थ शिक्षकों को माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड बड़ी सौगात दे सकता है। पीजीटी-टीजीटी 2020 भर्ती में प्रति प्रश्न मूल्यांकन…