राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ उत्तर प्रदेश, सांस्कृतिक राष्ट्रवाद की विचारधारा वाला एक ऐसा संगठन है जोकि भारतीयता से ओत –प्रोत शिक्षा एवं समाज की संकल्पना पर आधारित है। इस संगठन के प्रणेता संघ प्रचारक माननीय श्री ओमपाल जी है जो वर्तमान मे इस संगठन के सह-संगठन मंत्री भी है। राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ, उत्तर प्रदेश के 56 जनपदों के साथ-साथ उत्तराखंड मे भी प्रभावी रूप से सक्रिय है। संगठन के मुख्य उद्देश्य निमन्वत हैं:
- प्राथमिक से लेकर विश्वविद्यालय स्तर तक के सभी शिक्षको को संगठित करना ।
- प्राथमिक से विश्वविद्यालय स्तर तक की शिक्षा मे सामंजस्य स्थापित करना ।
- अपने सदस्यों के कल्याण के कार्य करते हुये उनमे रास्ट्र, समाज तथा भारतीय संस्कृति के परिप्रेक्ष्य मे प्रेम, श्रद्धा तथा कर्तव्य की भावना जाग्रत करना ।
- शिक्षा जगत मे शिक्षक अपना कार्य प्रभावी रूप से कर सकें इसके लिए उचित परिस्थिति और वातावरण का निर्माण करना ।
- शिक्षा के उद्देश्यों की प्राप्ति हेतु अनुसंधान करना तथा अच्छे साहित्य का सृजन प्रकाशन करना ।
- अन्य ऐसे सभी कार्य करना जो शिक्षा क्षेत्र तथा रास्ट्र के लिए महत्वपूर्ण हों तथा योग्य सामाजिक परिवर्तन मे सहायक हो ।
- शिक्षको की सेवा शर्तों के सुधार के लिए लोकतान्त्रिक पद्धति से संघर्ष करना ।
- समाज को समुन्नत बनाने के सभी प्रयासों में सार्थक भूमिका का निर्वाह करना ।
