देश के कई राज्यों में एक बार फिर कोरोना संक्रमण के मामले बढ़ने लगे हैं। इससे अभिभावक अपने बच्चों को स्कूल भेजने या उनके परीक्षाओं में शामिल होने को लेकर चिंता जता रहे हैं। साथ ही कई राज्यों में स्कूल खुल तो गए हैं लेकिन बच्चों को स्कूल आने के लिए माता-पिता की मंजूरी मांगी जा रही है। कोरोना संक्रमण के बढ़ते नए प्रसार के कारण ऐसे में अभिभावक बच्चों को स्कूल जाने की अनुमति देने से कतराने लगे हैं। इस बीच, राष्ट्रीय राजधानी में स्कूली परीक्षाओं को रद्द करने का निर्णय किया गया है। दिल्ली सरकार ने बच्चों को सीधे अगली कक्षा में प्रमोट करने की बात कही है। दिल्ली सरकार के शिक्षा मंत्री ने बच्चों को सीधे अगली कक्षा में प्रमोट करने की पुष्टि की है।
दिल्ली के शिक्षा मंत्री ने बताया कि दिल्ली के सरकारी स्कूलों में 2020-21 शैक्षणिक सत्र के लिए तीसरी कक्षा से लेकर आठवीं कक्षा तक के विद्यार्थियों की परीक्षाएं नहीं होंगी। यहां परीक्षाएं ऑनलाइन या ऑफलाइन दोनों ही मोड में नहीं कराई जाएंगी। राज्य में इस बार प्राथमिक कक्षाओं के छात्रों को स्कूल द्वारा पूर्व में दी गई वर्कशीट और असाइनमेंट का असेसमेंट कर उन्हें नंबर प्रदान किए जाएंगे। कोरोना महामारी के कारण राज्य सरकार ने 2020 में प्राथमिक से लेकर उच्च प्राथमिक तक की कक्षाओं की व्यवस्थित पढ़ाई नहीं हो पाने के कारण लिखित परीक्षाओं को टाल दिया गया है। इनकी जगह विषय आधारित असाइनमेंट और प्रोजेक्ट असेसमेंट कार्य से मूल्यांकन किया जाएगा। इसके साथ ही राज्य के सरकारी स्कूलों में शैक्षणिक सत्र 2020-21 में नर्सरी से लेकर कक्षा दो तक के सभी विद्यार्थियों को अगले अकादमिक सत्र के लिए सीधे अगली कक्षा में प्रमोट किया जाएगा। केजी कक्षा से लेकर दूसरी कक्षा तक के छात्रों को ग्रेड्स या मार्क्स, विंटर ब्रेक असाइनमेंट और अभिभावकों के साथ साझा की गई वर्कशीट के आधार पर प्रदान किए जाएंगे। दिल्ली के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा कि कक्षा 8वीं तक के सभी विद्यार्थी नो डिटेंशन पॉलिसी के तहत अगली कक्षा में प्रमोट कर दिए जाएंगे। जबकि उनके लर्निंग असेसमेंट के लिए लिखित परीक्षा के बजाय वर्कशीट और असाइनमेंट से मूल्यांकन कर रहे हैं।