जनवरी से महंगाई भत्ता (डीए) में चार फीसदी बढ़ोतरी तय मानी जा रही है। जुलाई से 24 प्रतिशत डीए निश्चित हो चुका है। चार फीसदी बढ़ोतरी के बाद यह 28 फीसदी डीए हो जाएगा। इसका लाभ करीब 80 लाख केेंद्रीयकर्मियों के अलावा सभी राज्य के कर्मचारियों तथा पेंशनर्स को मिलेगा।
उपभोक्ता मूल्य सूचकांक जनवरी 2020 में 330, फरवरी में 328, मार्च में 326, अप्रैल में 329, मई में 330, जून में 332, जुलाई में 336 अंक, अगस्त में 338, सितंबर में 340, अक्तूबर में 344, नवंबर में 345 अंक रहा। वेतन एवं पेंशन निर्धारण के विशेषज्ञ एजी ब्रदरहुड के पूर्व अध्यक्ष हरिशंकर तिवारी के अनुसार दिसंबर में 345 अंक रहता है तो 12 महीने का औसत सूचकांक 335.25 अंक होगा। इसके अनुसार महंगाई भत्ता 28.25 प्रतिशत होगा। डीए पूर्णांक में लिया जाता है। ऐसे में जनवरी से डीए 28 फीसदी देय होगा।
उनका कहना है कि यदि दिसंबर का सूचकांक नवंबर से आठ अंक कम हो जाए तब डीए में वृद्धि तीन फीसदी होगी। वहीं सूचकांक में 24 अंक की बढ़ोतरी हुई तो डीए में पांच फीसदी की वृद्धि होगी लेकिन दोनों ही स्थितियां संभव नहीं हैं। ऐसे में जनवरी से डीए में चार प्रतिशत वृद्धि तय है। यूपीटीईटी उत्तीर्ण शिक्षक महासंघ के अध्यक्ष अनुराग सिंह ने बताया कि इसका लाभ सवा करोड़ से अधिक कर्मचारियों और पेंशनर्स को मिलेगा। उनका कहना है कि जुलाई 2021 में भी डीए में तीन या चार फीसदी बढ़ोतरी की उम्मीद है।
जुलाई से मिलेगा डीए में बढ़ोतरी का लाभ
जुलाई 2019 से 17 फीसदी डीए मिल रहा है। कोरोना संक्रमण की वजह से सरकार ने इसके बाद जनवरी से डीए फ्रीज कर दिया। हालांकि इस दौरान डीए में हुई वृद्धि का लाभ जुलाई 2021 से मिलेगा। ऐसे में इस दौरान डीए में बढ़ोतरी की बात करें तो जनवरी 2020 से चार और जुलाई 2020 से तीन प्रतिशत बढ़ोतरी निश्चित है। अब जनवरी 2021 से डीए में चार प्रतिशत वृद्धि तय मानी जा रही है। ऐसे में जनवरी से डीए 24 फीसदी हो जाएगा। यदि जुलाई 2021 में भी तीन या चार प्रतिशत वृद्धि मानी जाए तो कर्मचारियों एवं पेंशनर्स को जुलाई से 31 या 32 फीसदी डीए एक साथ मिलेगा। हालांकि इस दौरान का एरियर नहीं मिलेगा।