मऊ जिले में बेसिक शिक्षा विभाग से संबद्ध परिषदीय विद्यालयों में कूटरचित शैक्षिक अभिलेखों के आधार पर नौकरी हथियाए शिक्षकों के बर्खास्तगी का सिलसिला जारी है। मुहम्मदाबाद गोहना ब्लाक क्षेत्र के तिलसवां स्थित प्राथमिक विद्यालय में तैनात सहायक का सत्यापन में B.Ed. का सर्टिफिकेट फर्जी मिलने पर जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी ओपी त्रिपाठी ने बर्खास्त कर दिया है। साथ ही खंड शिक्षा अधिकारी को एफआईआर दर्ज कराने का आदेश दिया है। अब तक बर्खास्त होने वाली सहायक अध्यापकों की संख्या 46 पहुंच गई है, जबकि एक दर्जन पर तलवार लटकी है। इससे शिक्षकों में हड़कंप की स्थिति है।बेसिक शिक्षा विभाग से संबद्ध परिषदीय विद्यालयों में तैनात समस्त सहायक अध्यापकों के शैक्षिक अभिलेखों का सत्यापन तेजी से चल रहा है। रानीपुर ब्लाक क्षेत्र के बालक बालिका इंटर कालेज के प्रवक्ता डॉ. अरविंद कुमार यादव ने जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी को मुहम्मदाबाद गोहना ब्लाक क्षेत्र के तिलसवां स्थित प्राथमिक विद्यालय में तैनात सहायक अध्यापक रमाकांत पुत्र हरिहर यादव को बीएड का फर्जी अंक पत्र लगाकर नौकरी करने का शिकायती पत्र दिया।
मामले को गंभीरता से लेते हुए बीएसए ने सहायक अध्यापक के शैक्षिक अभिलेखों का सत्यापन कराने के लिए भेजा। सहायक अध्यापक की तैनाती वर्ष 2005 में तत्कालीन जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी के आदेश से हुई थी। दीनदयाल गोरखपुर विश्वविद्यालय से आई सत्यापन रिपोर्ट में
बीएड वर्ष 1995 अनुक्रमांक 5695 पर राजकुमार पुत्र ब्रह्मा सिंह अंकित था। सत्यापन में बीएड अंक पत्र फर्जी मिला। सत्यापन रिपोर्ट आने के बाद शिक्षक को कई अवसर प्रदान किया। लेकिन सही तथ्य प्रस्तुत करने में असफल रहे। बीएसए ने तैनात सहायक अध्यापक रमाकांत पुत्र हरिहर यादव को को बर्खास्त कर दिया। बीएसए ओपी त्रिपाठी का कहना है कि सत्यापन में बीएड का अंक पत्र फर्जी मिलने पर सहायक अध्यापक रमाकांत पुत्र हरिहर यादव को बर्खास्त कर दिया गया है। एफआईआर दर्ज कराने के लिए खंड शिक्षा अधिकारी को निर्देश दिया गया है।