सरकार की अतिमहत्वाकांक्षी अभियान ‘मिशन शक्ति’ का दूसरा चरण नये कलेवर के साथ शुरू होगा। बाल दिवस के मौके पर 14 नवंबर से इस अभिायान की शुरूआत की जाएगी। अगले साल 21 अप्रैल तक चलने वाले इस अभियान के लिए पांच थीम तैयार किए गए हैं। जिसमें बाल अधिकारों के प्रति लोगों को जागरूक करने पर खास फोकस किया जाएगा। साथ ही महिलाओं के अधिकार, घरेलू हिंसा, बाल विवाह व कन्या भ्रूण हत्या जैसे मुद्दों पर भी लोगों को जागरूक किया जाएगा।
यह जानकारी देते हुए सरकार के प्रवक्ता ने बताया कि बाल दिवस के मौके पर शुरू हो रहे ‘मिशन शक्ति’ के दूसरे चरण में बालिकाओं व महिलाओं के साथ होने वाली हिंसा और बाल अपराधों को रोकने के लिए प्रभावी कदम उठाने की रणनीति तैयार की गई है। उन्होंने बताया कि प्रदेश के 75 जिलों के 822 ब्लाकों व 59163 ग्राम सभाओं और 1,89204 आंगनबाड़ी केन्द्रों के माध्यम से 24 करोड़ जनता को बाल व महिला अपराधों को रोकने केप्रति जागरूक करने का लक्ष्य रखा गया है।
14 नवंबर से शुरू होकर आगामी 21अप्रैल (करीब 180 दिन) तक चलने वाले इस अभियान के दौरान महिलाओं एवं बालिकाओं के साथ बाल अधिकारों व बाल श्रम कराने की शिकायत मिलने पर संबंधित लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने का भी फैसला लिया गया है। इस अभियान को संचालित करने की जिम्मेदारी महिला कल्याण व बाल विकास सेवा एवं पुष्टाहार समेत कई अन्य विभागों को भी दी गई है। हर विभाग को अपन-अपने निर्धारित दिवस पर थीमवार कार्यक्रम का आयोजन करायेगा।
इन पांच थीमों पर चलेगा अभियान
- बाल एवं महिलाअधिकार, मानसिक स्वास्थ्य व मनो सामजिक परामर्श
- कन्या भ्रूण हत्या
- महिला तथा बच्चों की तस्करी, बलपूर्वक भिक्षावृति व बालश्रम
- घरेलू हिंसा
- बाल विवाह