24 अप्रैल से शुरू होने वाली यूपी बोर्ड हाईस्कूल व इंटरमीडिएट परीक्षाओं के लिए केंद्रों का निर्धारण करने के बाद अब कक्ष निरीक्षकों के आइकार्ड बनाने की प्रक्रिया शुरू हो गई है। जिला विद्यालय निरीक्षक ने स्कूलों से 15 दिन में आइकार्ड के निर्धारित प्रारूप पर शिक्षकों का विवरण देने को कहा है। इसके बाद पहचान पत्र बनेंगे।
लखनऊ में यूपी बोर्ड परीक्षा के लिए 135 केंद्र प्रस्तावित हैं। अब परीक्षा के लिए कक्ष निरीक्षकों की ड्यूटी लगाई जानी है। कोविड की वजह से प्राइवेट स्कूलों में शिक्षकों की संख्या कम हो गई है, ऐसे में बोर्ड परीक्षा के दौरान शिक्षकों की कमी को देखते हुए जिला विद्यालय निरीक्षक कार्यालय ने अभी से 2021 की बोर्ड परीक्षा की तैयारी शुरू कर दी है। सभी स्कूलों को पत्र जारी कर 15 दिन में अपने यहां पढ़ाने वाले शिक्षकों का ब्योरा आइकार्ड के निर्धारित प्रारूप पर देने के लिए कहा है।
पिछली बोर्ड परीक्षा में लगी थी 6500 शिक्षकों की ड्यूटी
वर्ष 2020 की परीक्षा के दौरान 6500 परीक्षक कक्ष निरीक्षक के तौर पर ड्यूटी पर लगाए गए थे। इस बार कोविड गाइडलाइन के अनुसार परीक्षार्थियों को बैठाया जाना है, इसलिए ज्यादा शिक्षकों की जरूरत पड़ेगी। डीआइओएस कार्यालय के मुताबिक, पिछली बोर्ड परीक्षा में बेसिक शिक्षा विभाग के 1100 शिक्षकों को बतौर कक्ष निरीक्षक ड्यूटी पर लगाया गया था। इस बार यह संख्या 2500 के आसपास लगेगी। अभी स्कूलों से ब्योरा मांगा गया है।