उत्तर प्रदेश में कार्यरत सभी शिक्षकों के आधार का सत्यापन मशीनों से होगा

विशेष संवाददाताराज्य मुख्यालय। कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय के बाद परिषदीय स्कूलों में काम कर रहे शिक्षकों व शिक्षामित्रों का भी आधार सत्यापन मौके पर होगा। इसके लिए योजना तैयार की जा रही है। इसके लिए विभाग आधार बनाने के लिए ली गई गई किट का इस्तेमाल करेगा और बायोमीट्रिक तरीके से सत्यापन किया जाएगा। विभाग में 5 लाख से ज्यादा शिक्षक व शिक्षामित्र काम कर रहे हैं। केजीबीवी में अनामिका प्रकरण के बाद विभाग कई तरीकों से फर्जी शिक्षकों की धरपकड़ कर रहा है। इसके तहत केजीबीवी में मौके पर ओटीपी की मदद से आधार सत्यापन किया जा रहा है। लेकिन इसमें कई तरह की दिक्कत आ रही थी। मसलन शिक्षक ने वह फोन नंबर ही बदल दिया जो आधार में पंजीकृत था या फिर नेटवर्क डाउन होने के कारण ओटीपी में भी समस्या आ रही थी। दूसरे चरण में सभी शिक्षकों व शिक्षामित्रों के प्रमाणपत्रों का सत्यापन भी होना है। सत्यापन के अलावा आधार कार्ड का मौके पर ही चेक होगा कि सही है या नहीं। विभाग को यूआईडीयूआई ने बच्चों के आधार बनाने के लिए रजिट्रार नामित किया है। इसके लिए विभाग के पास मशीने भी है और इसके लिए विभाग को प्रशिक्षण भी दिया जा चुका है। अब इसी की मदद से ही मौके पर शिक्षकों का सत्यापन होगा। उसके अंगूठा या किसी उंगली के मशीन पर स्कैन होने से ही उसकी पहचान सामने आ जाएगी।

हिन्दुस्तान हिन्दी दैनिक

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