लखनऊ, प्रमुख संवाददाता। छात्रवृत्ति
घोटाले की जांच कर रहे प्रवर्तन
निदेशालय (ईडी) ने बुधवार को एक
बार फिर हाइजिया एजूकेशनल ग्रुप के
ठिकानों पर छापे मारे। हाइजिया के
संचालकों से पूछताछ में मिली
में मिली
जानकारी के आधार पर मारे गए इस
छापे में भी कई अहम दस्तावेज मिले
हैं। इस बीच अभी ग्रुप के एक और
कर्ता-धर्ता की भी तलाश हो रही है।
दस्तावेजों की पुष्टि कराई: आठ
दिनों की पुलिस कस्टडी रिमांड मिलने
के बाद ईडी तीनों अभियुक्तों से पूछताछ
कर रहा है। ईडी ने दोबारा छापा मारकर
हाइजिया ग्रुप के इजहार हुसैन जाफरी
व अली अब्बास जाफरी के अलावा
एक निजी बैंक के कर्मचारी रवि प्रकाश
गुप्ता से पूर्व में मारे गए छापों में बरामद
दस्तावेजों की पुष्टि कराई जा रही है।
ईडी को पता चला है कि जिन छात्रों
का फर्जी प्रवेश दिखा कर छात्रवृत्ति
■ छापेमारी की कार्रवाई में
अहम दस्तावेज मिले
■ संस्थान के कर्मियों से
लिखवाई थीं कॉपियां
का घोटाला किया गया है, परीक्षा में
उनकी कापियां संस्थान के कर्मचारियों
से ही लिखवाई जाती थी। एक ही
राइटिंग में कई उत्तर पुस्तिकाएं लिखे
जाने की जानकारी मिली है।
मंगलवार को ईडी ने इस ग्रुप के
संचालकों के परिवार की एक महिला
से भी लंबी पूछताछ की। इसके अलावा
पिछड़ा वर्ग विभाग के उप निदेशक एपी
सिंह ने ईडी को छात्रवृत्ति प्राप्त करने
वाले छात्रों के आवेदन पत्र सौंपे। साथ
ही आवेदन की प्रक्रिया से लेकर
छात्रवृत्ति के भुगतान तक की प्रक्रिया
के बारे में ईडी को जानकारी दी। ईडी
की टीमें अब इन आवेदन पत्रों का
मिलान कर रही हैं।