आरक्षण घोटाले का आरोप लगाते राष्ट्रीय पिछड़ा वर्ग आयोग पहुंचे अभ्यर्थी शिक्षक भर्ती में शिक्षामित्रों ने लगाया भेदभाव का आरोप
नई दिल्ली में राष्ट्रीय पिछड़ा वर्ग आयोग
नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश में 69 हजार शिक्षक भर्ती
के कार्यालय पर जमकर किया प्रदर्शन
में आरक्षण गड़बड़ी का आरोप लगाकर छात्र लंबे
समय से आंदोलन कर रहे हैं। मंगलवार को इस
भर्ती के ओबीसी तथा एससी वर्ग के अभ्यर्थियों ने
नई दिल्ली स्थित राष्ट्रीय पिछड़ा वर्ग आयोग के
कार्यालय पर प्रदर्शन किया। इन अभ्यर्थियों का कहना है कि राष्ट्रीय पिछड़ा वर्ग आयोग ने आरक्षण घोटाले की रिपोर्ट 29
अप्रैल 2021 को बेसिक शिक्षा विभाग को भेज चुका है, लेकिन बेसिक शिक्षा विभाग के आयोग के कार्यालय पर प्रदर्शन करते छात्र। अधिकारी इस रिपोर्ट पर अमल नहीं कर रहे तथा
क्या है मामला : 2019 में बेसिक शिक्षा शिक्षा मंत्री विधानसभा में झूठ बोल रहे हैं कि उन्हें परिषद ने 69 हजार सहायक शिक्षक भर्ती परीक्षा का आयोग की कोई भी रिपोर्ट नहीं मिली है। मंगलवार आयोजन किया था। इसमें ओबीसी वर्ग की 18598 को आरक्षित वर्ग के अभ्यर्थियों के पांच सदस्यीय सीट थी, जिनमें से ओबीसी वर्ग को मात्र 2637 प्रतिनिधिमंडल ने राष्ट्रीय पिछड़ा वर्ग आयोग के सीट ही दी गई है तथा ओबीसी वर्ग को 27 प्रतिशत अध्यक्ष भगवान सिंह साहनी से मुलाकात कर उन्हें की जगह मात्र 3.86 प्रतिशत आरक्षण दिया गया है।ज्ञापन सौंपा। साहनी ने अभ्यर्थियों को आश्वासन इसी तरह एससी वर्ग को इस भर्ती में 21 प्रतिशत दिया कि जल्द न्याय किया जाएगा। की जगह 16.6 प्रतिशत आरक्षण दिया गया है।लखनऊ। बेसिक शिक्षा परिषद में 69,000
शिक्षक भर्ती में कुछ शिक्षामित्रों ने भारांक का लाभ न दिए जाने का आरोप लगाया है।शाहजहांपुर के प्राथमिक विद्यालय लालपुर
आजादपुर में कार्यरत शिक्षामित्र अनुभा वर्मा ने बताया कि भर्ती में कुछ शिक्षामित्रों ने ऑनलाइन आवेदन में त्रुटिवश प्रशिक्षण
योग्यता गलत कॉलम में दर्ज की थी। उन्हें आयु सीमा में छूट और भारांक देकर चयन सूची में शामिल कर नियुक्ति भी दे गई गई।लेकिन समान प्रकरण में उन्हें भारांक का लाभ नहीं दिया गया नतीजन उनका चयन नहीं हुआ। उन्होंने बताया कि भर्ती में 138
शिक्षामित्रों के साथ भेदभाव हुआ है। ब्यूरो