प्रदेश के 4500 से अधिक अशासकीय सहायता प्राप्त माध्यमिक स्कूलों में प्रशिक्षित स्नातक (टीजीटी) और प्रवक्ता (पीजीटी) भर्ती 2020 का संशोधित विज्ञापन दिसंबर में ही जारी होने के आसार बन रहे हैं। उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड को 29 अक्तूबर को जारी विज्ञापन के सॉफ्टवेयर में संशोधन कराना पड़ेगा और उसके बाद सॉफ्टवेयर की ऑडिट होगी, इस सबमें कम से कम 15 से 20 दिन का समय लग जाएगा।
महाधिवक्ता ने अपनी विधिक राय में एक ही संवर्ग की एक ही लिखित परीक्षा में तदर्थ शिक्षक एवं फ्रेश अभ्यर्थियों के लिए अंक देने के दो भिन्न-भिन्न मापदंड अपनाने को अनुचित ठहराया था। साथ ही टीजीटी जीव विज्ञान को शामिल नहीं करने को गलत माना था। ऐसे में ऑनलाइन आवेदन में दोनों संशोधन करने होंगे। संशोधित विज्ञापन में किसी प्रकार की चूक न हो उससे पहले दोबारा विधिक राय लेनी पड़ेगी। इसलिए नये विज्ञापन में समय लगेगा।
तो क्या भर्ती शुरू करने से पहले नहीं ली विधिक राय
15508 शिक्षकों की भर्ती के लिए जारी टीजीटी-पीजीटी 2020 का विज्ञापन निरस्त होना बड़ी घटना है। वर्तमान अध्यक्ष ने अपने कार्यकाल की पहली भर्ती निकाली और उसे भी बीच में ही निरस्त करनी पड़ गई। चयन बोर्ड की 18 नवंबर को हुई ऑनलाइन बैठक में इस बात का जिक्र हुआ है कि महाधिवक्ता ने 13 नवंबर अपनी विधिक राय दी है। इससे यह भी स्पष्ट है कि 29 अक्तूबर को विधिक राय लिए बगैर विज्ञापन जारी कर दिया गया और उसी की नतीजा था कि भर्ती निरस्त करनी पड़ गई।